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कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के फैसले से BJP को कितना फायदा, जातीय राजनीति का क्या होगा? सर्वे में लोगों ने दी चौंकाने वाली राय
Karpoori Thakur: भारत सरकार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है. इसके बाद से बिहार की राजनीति गरमा गई है.
जननायक कर्पूरी ठाकुर को दिया जाएगा मरणोपरांत भारत रत्न (फाइल फोटो)
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केंद्र की मोदी सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय उनकी 100वीं जन्म जयंती से ठीक एक दिन पहले 23 जनवरी को लिया. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, ''मुझे इस बात की बहुत प्रसन्नता हो रही है कि भारत सरकार ने सामाजिक न्याय के पुरोधा महान जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है. उनकी जन्म-शताब्दी के अवसर पर यह निर्णय देशवासियों को गौरवान्वित करने वाला है. पिछड़ों और वंचितों के उत्थान के लिए कर्पूरी जी की अटूट प्रतिबद्धता और दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ी है. यह भारत रत्न न केवल उनके अतुलनीय योगदान का विनम्र सम्मान है, बल्कि इससे समाज में समरसता को और बढ़ावा मिलेगा.”
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इसको लेकर एबीपी के लिए सीवोटर के त्वरित ओपिनियन पोल सर्वे किया गया, जिसमें जानने की कोशिश की गई कि जनता की राय क्या है? 44 फीसदी लोगों का कहना है कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर बीजेपी ने विपक्ष से जातीय राजनीति का मुद्दा छीन लिया है. जबकि 22 फीसदी लोगों को इस बारे में कुछ पता नहीं है.
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ओपिनियन पोल सर्वे में 35 फीसदी लोगों का कहना है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर विपक्ष के जातीय राजनीति के मुद्दे पर इसका कोई असर नहीं पड़ने वाला है.
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दिग्गज समाजवादी नेता और जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के निर्णय का बीजेपी को बिहार से बाहर कितना फायदा होगा? इस सवाल पर भी लोगों ने अपना बड़ा मत दिया है. ओपिनियन पोल सर्वे का हिस्सा बने लोगों में से 43 फीसदी का मानना है कि बीजेपी को इसका बिहार के अलावा दूसरे राज्यों में भी बड़ा फायदा होगा.
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इस सवाल पर 38 फीसदी लोगों ने राय दी है कि बिहार से बाहर बीजेपी को इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है. इस ओपिनियन पोल सर्वे में 19 फीसदी का मानना है कि उनको इस बारे में कुछ नहीं पता है.
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बिहार में आरजेडी-जेडीयू गठबंधन सरकार ने जातीय गणना कराई थी. सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आगामी चुनावों को लेकर पूरा जातिगत तानाबाना बुनने में जुटे हुए हैं. बीजेपी सरकार के इस मास्टर स्ट्रोक के बाद जेडीयू और आरजेडी के साथ-साथ कांग्रेस इसका काट ढूंढ़ने में लग गई हैं.
Published at : 24 Jan 2024 10:22 PM (IST)
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