एक्सप्लोरर
Heat Wave क्या होती है? कितने तापमान को हीट वेव कहेंगे? जानिए ये कब चलती है?
देश के कुछ हिस्सों में इस साल मार्च के महीने से ही गर्मी कहर बरपाने लगी है. बढ़ती गर्मी के कारण हीट वेव या लू की घटना बढ़ती है. ऐसे आइए आज जानते हैं कि हीट वेव आखिर कहते किसे हैं.
हीट वेव क्या है?
1/5

पिछले कुछ सालों से हीट वेव की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं. हीट वेव अत्यधिक गर्म मौसम की स्थिति होती है, जो आमतौर पर दो या दो से ज्यादा दिनों तक रहती है. जब किसी क्षेत्र का तापमान ऐतिहासिक औसत से अधिक हो जाता है तो उसे हीट वेव या लू कहा जाता है.
2/5

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, जब मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय क्षेत्रों का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो लू या हीट wave चलने लगती है.
3/5

अगर तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तो इसे खतरनाक लू की श्रेणी में रखा जाता है. भारत में हीट वेव मुख्य रूप से मार्च से जून के बीच चलती है. कुछ दुर्लभ मामलों में यह जुलाई में भी चल सकती है. भारत में सबसे अधिक हीट वेव ज्यादातर मई के महीने में चलती है.
4/5

हीट वेव आमतौर पर रुकी हुई हवा की वजह से बनती है. उच्च दबाव प्रणाली हवा को नीचे की ओर ले जाती है. यह जमीन के पास हवा को बढ़ने से रोकती है.
5/5

नीचे बहती हुई हवा एक टोपी की तरह काम करती है और गर्म हवा को एक जगह पर जमा कर लेती है. गर्म हवा को और गर्म होने से रोकने के लिए कोई उपाय नहीं होता है.
Published at : 22 Apr 2023 10:49 AM (IST)
और देखें
टॉप हेडलाइंस
महाराष्ट्र
विश्व
क्रिकेट
बॉलीवुड

























