एक्सप्लोरर
Shooting Stars: क्या होती है तारों के टूटने की वजह, जानें आसमान से टूटकर ये कहां गिरते हैं
Shooting Stars: सभी ने टूटते तारों को जरूर देखा होगा. आइए जानते हैं कि कोई तारा कैसे टूटता है और टूटने के बाद पृथ्वी पर कहां गिरता है.
Shooting Stars: लगभग हर किसी ने आसमान में टूटते तारे को जरूर देखा होगा और कोई ना कोई इच्छा जरूर मांगी होगी. लेकिन आपको बता दें कि टूटते तारे असल में तारे नहीं होते और उनमें से ज्यादातर तो कभी पृथ्वी तक पहुंचते भी नहीं. आइए जानते हैं कि टूटते तारे असल में क्यों दिखाते हैं और आसमान में चमकने के बाद वे कहां जाते हैं.
1/6

जिसे हम आमतौर पर टूटता तारा कहते हैं वह असल में एक उल्का पिंड होता है. यह अंतरिक्ष में तैरता हुआ चट्टान या फिर धातु का एक छोटा टुकड़ा होता है. यह टुकड़े अकसर टूटे हुए क्षुद्रग्रहों या फिर धूमकेतुओं द्वारा छोड़े गए धूल भरे रास्तों से आते हैं. जब पृथ्वी इन मलबे से भरे रास्तों से गुजरती है तो हजारों उल्का पिंड हमारे ग्रह के वायुमंडल के अंदर आते हैं. इसी वजह से वे चमकदार रोशनी की लकीरें बनती हैं.
2/6

उल्कापिंड पृथ्वी के वायुमंडल में काफी तेजी से आते हैं. यह रफ्तार 40,000 से 70,000 किलोमीटर प्रति घंटे तक होती है. यह जबरदस्त रफ्तार पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण खिंचाव की वजह से होती है जो किसी भी चीज को अपनी ओर खींचती है.
Published at : 15 Dec 2025 06:20 PM (IST)
और देखें
Advertisement
Advertisement

























