एक्सप्लोरर
Vat Savitri Vrat 2025: वट सावित्री व्रत में 7 बार क्यों लपेटा जाता है कच्चा सूत ?
Vat Savitri Vrat 2025: वट सावित्री व्रत 26 मई 2025 को है. ये व्रत सुहागिनों के लिए बहुत खास है. आखिर क्यों इस दौरान बरगद के पेड़ पर 7 बार कच्चा सूत बांधा जाता है. जानें इसका महत्व.
वट सावित्री व्रत 2025
1/6

इस व्रत में बरगद के पेड़ की पूजा का महत्व है. कहते हैं कि ज्येष्ठ अमावस्या के दिन यमराज ने देवी सावित्री के पति सत्यवार को बरगद के पेड़ के नीचे ही पुन: जीवित किया था. इस पेड़ को अक्षय वट माना जाता है, क्योंकि इसका कभी क्षय नहीं होता. यही वजह है कि इस व्रत में वट वृक्ष की पूजा की जाती है.
2/6

वट सावित्री व्रत के समय सुहागिन महिलाएं पूजा के दौरान बरगद के पेड़ के तने के चारों ओर 7 बार कच्चा सूत लपेटती हैं. इसे पति-पत्नी के सात जन्मों के अटूट बंधन का संकेत माना जाता है इसलिए बरगद पर सात बार कच्चा सूत लपेटा जाता है ताकि वैवाहिक जीवन में सात जन्मों का साथ बना रहे.
Published at : 25 May 2025 09:15 AM (IST)
और देखें
टॉप हेडलाइंस
विश्व
बिहार
बॉलीवुड
महाराष्ट्र

























