बांग्लादेश किस पर 'प्रतिबंध' लगाने की भारत से कर रहा मांग, विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन का बयान वायरल
Bangladesh On Sheikh Hasina: बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने भारत से शेख हसीना को बांग्लादेश भेजने की मांग की है.

Bangladesh On Sheikh Hasina Extradition: बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने द हिंदू को दिए इंटरव्यू में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना से जुड़े मुद्दों पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं और भारत से उन्हें बांग्लादेश भेजने का अनुरोध किया गया है.
शेख हसीना 15 वर्षों तक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रही हैं. उनके कार्यकाल के दौरान उठाए गए कुछ फैसलों को लेकर देश के कुछ वर्गों में नाराजगी देखी गई. हालांकि, अब जब उनकी सत्ता समाप्त हो चुकी है तो बांग्लादेश सरकार ने उन पर मुकदमे दर्ज कर उन्हें वापस बुलाने की योजना बनाई है.
भारत शेख हसीना पर लगाए प्रतिबंध
विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन तौहीद हुसैन ने इंटरव्यू में कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना को मुकदमे का सामना करने के लिए आना पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि जब तक भारत सरकार शेख हसीना को बांग्लादेश नहीं भेजती तब तक वे उम्मीद करते हैं कि भारत उन पर कुछ प्रतिबंध लगाए ताकि वह भड़काऊ और झूठे बयान न दें.
क्या भारत शेख हसीना को भेजेगा?
भारत और बांग्लादेश के रिश्ते ऐतिहासिक रूप से मजबूत रहे हैं. भारत ने 1971 के मुक्ति संग्राम में बांग्लादेश का समर्थन किया था और तब से दोनों देशों के बीच संबंध घनिष्ठ बने हुए हैं. हालांकि, किसी देश के पूर्व प्रधानमंत्री को प्रत्यर्पित करना एक जटिल राजनयिक प्रक्रिया होती है. यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत इस अनुरोध पर क्या रुख अपनाता है.
बांग्लादेश की चिंता अस्थिरता न फैले
तौहीद हुसैन ने यह भी कहा कि बांग्लादेश की सरकार चाहती है कि शेख हसीना बांग्लादेश में आकर मुकदमे का सामना करें और देश में किसी भी तरह की राजनीतिक अस्थिरता न फैलाएं. लोग उनके कार्यकाल से नाराज हैं और वे यह देखना चाहते हैं कि वह बांग्लादेश के अंदर स्थिति को अस्थिर करने की कोशिश न करें."
भारत-बांग्लादेश संबंधों पर असर
अगर भारत शेख हसीना को प्रत्यर्पित करने का फैसला लेता है तो इससे दोनों देशों के राजनीतिक संबंधों पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है. हालांकि, अगर भारत इस अनुरोध को अस्वीकार करता है, तो यह देखना होगा कि बांग्लादेश की सरकार इसे कैसे लेती है. शेख हसीना भारत के साथ मजबूत संबंधों के लिए जानी जाती हैं, ऐसे में उनका मामला भारत की विदेश नीति के लिए एक चुनौती बन सकता है.
तौहीद हुसैन का बयान
बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन का बयान भारत और बांग्लादेश के संबंधों में एक नई बहस छेड़ सकता है. अब यह देखना होगा कि भारत इस मुद्दे पर क्या कदम उठाता है और क्या शेख हसीना बांग्लादेश में मुकदमे का सामना करेंगी या नहीं.
ये भी पढ़ें: नवाज शरीफ बोले- कारगिल में हमने धोखा दिया, भारत से माफी मांगने को तैयार, पाकिस्तानी आवाम ने कह दी बड़ी बात
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















