क्या आपकी फूड हैबिट से आपके पार्टनर की गट हेल्थ हो जाती है खराब? इस रिसर्च में हुआ डराने वाला खुलासा
वैज्ञानिकों की एक रिसर्च ने इस बात को काफी मजबूती से साबित भी किया है जो लोग एक साथ रहते हैं और साथ खाना खाते हैं, उनके आंत के माइक्रोबायोम एक-दूसरे से काफी हद तक मिल जाते हैं.

कई बार ऐसा सोचा जाता है कि जो खाना आप रोज खाते हैं वो सिर्फ आपकी भूख या बॉडी को ही नहीं, बल्कि आपके पार्टनर के शरीर के अंदर भी कुछ बदल सकता है. सुनने में अजीब लगता है, लेकिन सच यह है कि आपके रोजमर्रा के फूड चॉइसेज आपके साथी के पेट के अंदर रहने वाले माइक्रोबायोम पर भी असर डालते हैं यानी आप सिर्फ प्यार, घर और जिम्मेदारियां ही नहीं, बल्कि माइक्रो ऑर्गेनिज्म भी शेयर कर रहे होते हैं.
वैज्ञानिकों की एक रिसर्च ने इस बात को काफी मजबूती से साबित भी किया है जो लोग एक साथ रहते हैं और साथ खाना खाते हैं, उनके आंत के माइक्रोबायोम एक-दूसरे से काफी हद तक मिल जाते हैं यानी, अगर आपका खाना हेल्दी है, तो आपके पार्टनर को फायदा और अगर आपका खाना खराब है, तो नुकसान भी शेयर होता है. यह बात जितनी चौंकाने वाली है, उतनी ही सोचने पर मजबूर भी करती है क्योंकि हम अक्सर यह मानकर चलते हैं कि जो मैं खाता हूं वह सिर्फ मुझे प्रभावित करता है पर सच इससे कहीं आगे है. आपका खाना आपके बर्तन में खत्म नहीं होता वह आपके रिश्ते के अंदर भी अपनी जगह बना लेता है.
आपकी फूड हैबिट और आपका पार्टनर कनेक्शन आखिर है क्या?
हमारे पेट में करोड़ों–अरबों छोटे-छोटे माइक्रोबायोम रहते हैं. ये पाचन, एनर्जी, इम्यूनिटी, मूड और यहां तक कि नींद तक को प्रभावित करते हैं. इन्हें ही गट माइक्रोबायोम कहा जाता है. यह पूरा सिस्टम आपकी खाई हुई चीजों के हिसाब से बदलता रहता है.जैसे फाइबर, फल, सब्जियां और दालें माइक्रोबायोम को मजबूत और संतुलित बनाते हैं. वहीं चीनी, फास्ट फूड, प्रोसेस्ड आइटम माइक्रोबायोम को कमजोर और असंतुलित करते हैं. जब दो लोग लगातार एक जैसा खाना खाते हैं, एक जैसा किचन यूज करते हैं और एक जैसा लाइफस्टाइल जीते हैं, तो उनके माइक्रोबायोम भी धीरे-धीरे एक जैसे बनने लगते हैं. यही कारण है कि पार्टनर्स में आंत का स्वास्थ्य भी कई मामलों में आपस में मिलता है.
साथ रहने वाले कपल्स में माइक्रोबायोम क्यों हो जाता है एक जैसा?
रिसर्च के अनुसार, इसके कई कारण हैं. जैसे साथ में खाना खाना, एक जैसी ग्रोसरी और रेसिपीज, एक ही किचन में पकाना, कभी-कभी एक ही प्लेट से टेस्ट करना, करीबी और शारीरिक संपर्क, एक जैसे पर्यावरणीय बैक्टीरिया और इन सब में सबसे बड़ा रोल डाइट का माना गया है. जिस तरह आप खाते हैं, वैसा ही बैक्टीरिया आपके अंदर बढ़ता है और जब आपका पार्टनर वही खाने की आदतें अपनाता है, तो उसके अंदर भी वही बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं.
क्या खराब फूड हैबिट पार्टनर की गट हेल्थ को भी नुकसान पहुंचाती है?
बहुत हद तक खराब फूड हैबिट पार्टनर की गट हेल्थ को भी नुकसान पहुंचाती है. अगर आपकी लाइफस्टाइल में हर दूसरे दिन फास्ट फूड, मीठा ज्यादा, फाइबर वाली चीजें कम, देर रात खाना और खाना अनियमित है तो आप सिर्फ अपनी गट हेल्थ को नुकसान नहीं पहुंचा रहे, बल्कि धीरे-धीरे अपने साथी की गट हेल्थ भी बिगाड़ रहे हैं.
कमजोर माइक्रोबायोम से पेट फूलना या गैस, इम्यूनिटी कम होना, सूजन बढ़ना, वजन बढ़ना, ब्लड शुगर गड़बड़ होना, मेटाबॉलिज्म कमजोर पड़ना जैसे दिक्कतें हो सकती हैं और ये आदतें घर में एक से दूसरे तक जल्दी फैलती हैं, इसलिए एक की अनहेल्दी रूटीन पूरा घर प्रभावित कर सकती है.
Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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Source: IOCL






















