क्या है कैट? इसका एग्जाम देने से पहले भूलकर भी नहीं करनी चाहिए ये गलतियां
कैट एग्जाम के आखरी हफ्ते में ज्यादा मॉक टेस्ट न दें, नए टॉपिक्स न पढ़ें, और नींद कम न लें. रिवीजन को टालें नहीं और टाइमर के साथ मॉक टेस्ट दें. सेक्शनल कट-ऑफ को पार करने के लिए सभी सेक्शन पर ध्यान दें.

कैट (Common Admission Test) भारत के सबसे प्रतिष्ठित एंट्रेंस एग्जाम में से एक है, जिसको पास करने के बाद अभ्यर्थी भारत के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित मैनेजमेंट (MBA) की पढ़ाई करवाने वाले IIMs सहित 1000+ बिजनेस स्कूलों में MBA/PGDM जैसे कोर्सों में एडमिशन मिलता है. कैट (Common Admission Test) एग्जाम राष्ट्रीय स्तर पर होता है. यह हर साल IIMs की तरफ से लिया जाता है. इस एग्जाम को हर साल लगभग 2-3 लाख अभ्यर्थी देते हैं और उनमें से सिर्फ 10 प्रतिशत अभ्यर्थी ही पास हो पाते हैं. कैट (Common Admission Test) एग्जाम हर तरीके से अभ्यर्थी का मूल्यांकन करता है. इस परीक्षा की महत्ता को देखते हुए अभ्यर्थियों को प्रिपरेशन के समय कई ऐसी गलतियां नहीं करनी चाहिए, जिससे उनका सिलेक्शन न हो पाए.
एग्जाम देने से पहले भूलकर भी नहीं करनी चाहिए ये गलतियां
आखरी हफ्ते में ज्यादा मॉक टेस्ट न दें: अभ्यर्थी एक कॉमन गलती करता है कि जब कैट एग्जाम के आखरी दिन या हफ्ते होते हैं तो स्टूडेंट्स ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट देते हैं, जो नहीं करना चाहिए. ज्यादा मॉक टेस्ट देने के बजाय अभ्यर्थी को कुछ मॉक टेस्ट देकर उसे अनालाइज करना चाहिए और अपने कमजोर टॉपिक्स पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.
नए टॉपिक्स नहीं पढ़ने चाहिए: एग्जाम के कुछ हफ्तों या दिनों में अभ्यर्थी को नए टॉपिक्स नहीं पढ़ने चाहिए. बल्कि अपने पहले से तैयार टॉपिक्स को पढ़ना या उनकी प्रैक्टिस करनी चाहिए. आखरी टाइम पर नए टॉपिक्स पढ़ने से अभ्यर्थी के मन में कन्फ्यूजन पैदा हो जाती है.
नींद कम लेना: अभ्यर्थी अक्सर यही गलती करते हैं कि पढ़ने के घंटे बढ़ाकर नींद के घंटों को कम कर देते हैं, जिससे मानसिक थकान और तनाव होने की संभावना रहती है.
रिवीजन को टालना: मॉक टेस्ट पर ध्यान केंद्रित करने के चक्कर में नियमित रिवीजन को न छोड़ें. रिवीजन आपके तैयार किए हुए टॉपिक्स को और अधिक मजबूत करता है, जो आपको लंबे समय तक याद रहता है.
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बिना टाइमर के मॉक टेस्ट देना: CAT एक टाइम-बाउंड एग्जाम है. इसलिए सिर्फ प्रश्न हल करना काफी नहीं है. कई छात्र बिना टाइमिंग के मॉक देते हैं, जबकि रियल एग्जाम में समय ही सबसे बड़ी चुनौती बन जाता है.
कठिन सवालों में फंसे रहना: कैट एग्जाम के आखरी दिनों में किसी एक कठिन टॉपिक या सवाल पर फंसे रहना गलत है, क्योंकि आखरी दिनों में अभ्यर्थी के पास समय सीमित होता है.
एंट्रेंस एग्जाम के किसी एक सब्जेक्ट पर कम मेहनत करना: टॉप MBA कॉलेजों में सेक्शनल कट-ऑफ को पार करना अनिवार्य है. कमजोर सेक्शन को पूरी तरह से छोड़ना एक बड़ी गलती है, जिससे आपके कट-ऑफ को पार करना मुश्किल हो सकता है.
खराब रणनीति: हर एंट्रेंस एग्जाम को क्रैक करने के लिए सटीक रणनीति की जरूरत होती है कि अभ्यर्थी को कितने घंटे पढ़ना है, कौन से टॉपिक्स को ध्यान से पढ़ना है, कौन से टॉपिक्स ज्यादा जरूरी नहीं हैं, एग्जाम में कौन सा सेक्शन पहले करना है आदि.
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Source: IOCL






















