GST कम होने से यूपी में क्या-क्या सस्ता होगा? आम आदमी की जेब पर कैसे पड़ेगा असर! सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार, 18 सितंबर को लखनऊ में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने जीएसटी रिफॉर्म के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार, 18 सितंबर को राजधानी लखनऊ में जीएसटी कॉउन्सिल द्वारा दी गई टैक्स दरों में कमी करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया और इस पीएम की तरफ से लोगों के लिए दीपावली का तोहफा बताया.
सीएम योगी ने कहा कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में सर्वसम्मति से इसका अनुमोदन हुआ है. 22 सितंबर से ये लागू होने जा रहा है. ये बदलाव टैक्स रिफॉर्म का हिस्सा है. इसमें आम आदमी को इतनी छूट दी गई है कि उसे महंगाई से राहत मिलेगी.
जीएसटी आने के बाद बढ़ा रजिस्ट्रेशन- सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई 2017 में जब जीएसटी शुरू था उससे पहले व्यापारी और उपभोक्ता टैक्स और सेस की वजह से परेशान रहता था. उस समय अनेक तरह के सेस लगे हुए थे. कोई भी तब इंटीग्रेटेड फॉर्म टैक्स नहीं था. हमने 'वन नेशन, वन टैक्स' लागू किया. इससे बड़े पैमाने पर जीएसटी का रजिस्ट्रेशन बढ़ा है.
आम लोगों को मिलेगी बड़ी राहत - सीएम
सीएम ने कहा कि 2017 के बाद का अब सबसे बड़ा रिफॉर्म टैक्स में आया है. पहले चार लेयर की टैक्स की प्रणाली थी अब 12 और 28 की लेयर को हटा दिया गया है. लेकिन, महत्वपूर्ण है कि अब 5 और 18 फीसदी ही टैक्स की रहेगी. इससे देश वासियों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी. घर के निर्माण से बडे हाइवे निर्माण में राहत मिलेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि देशवासियों के लिए घर के सामान, घरेलू समान पर 5 फीसदी या जीरो फीसदी टैक्स लगेगा. इससे पूंजी बचेगी और व्यक्ति ज्यादा खरीदारी कर सकेगा. खेती की लागत को कम करने में और ग्रामीण व्यवस्था को सुदृढ करने में सफलता मिलेगी.
इलाज भी सस्ता हो रहा है.
देश में बढ़ा टैक्स कलेक्शन- सीएम
सीएम ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में देश ने 22 लाख 80 हजार करोड़ का जीएसटी संग्रह किया है. 2017 से पहले ये 7 लाख करोड़ हुआ करता था. 2017 के पहले जो लोग टैक्स देते थे वो भी 65 लाख और अब 1 करोड 51 लाख हो गया है.
उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद जीएसटी फाइनल स्ट्रक्चर का एक बेहतरीन मॉडल है. 2014 के पहले भारत का जो टैक्स संग्रह था वो 5.44 लाख करोड़ ही होता था. अब इसमें 305 फीसदी इसमें वृद्धि हुई है, जिसकी वजह से परिणाम स्वरूप बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश भी देश का बड़ा बाजार है.
यूपी में GST कम होने से क्या-क्या सस्ता होगा?
मुख्यमंत्री ने कहा कि घर, किसान, किचन, उद्यमियों स भी को इसका लाभ होगा. इसके माध्यम से 2 लाख करोड़ रुपये का ग्रोथ होने की संभावना है.
सीएम ने कहा कि दूध, दही, पनीर, सैंपू, टूथपेस्ट, साबुन, साइकिल और बच्चों से जुड़े हुए सामान, घरेलू सामान पर अब केवल 5 या 0 फीसदी टैक्स होगा. इससे रोजमर्रा के खर्च में लोगों की पूंजी कम लगेगी. साथ-साथ खपत की कैपेसिटी बढ़ेगी.
वाहनों की खरीद पर जीएसटी की दरें 28 फ़ीसद से 18 फ़ीसद की गई हैं, इससे एक सामान्य व्यक्ति भी वाहन खरीद सकता है. नोटबुक, पेंसिल और जो नक्शे है इसमें भी काफी छूट है. तम्बाकू, पान मसाला पर 40 फीसदी टैक्स लगेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को सस्ता कपड़ा मिलेगा.
सीएम ने कहा कि किसानों के लिए ट्रैक्टर, टायर, कीटनाशक, उपकरण पर टैक्स घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में व्यक्तिगत और स्वास्थ्य बीमा से जीएसटी पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है. दवाईयों, ऑक्सीजन और जांच किट पर कर में कटौती की गई है जिससे इलाज सस्ता हो सके.
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