UP Politics: शिवपाल यादव की 'कंस' वाली चिट्ठी पर अरुण राजभर का बड़ा बयान, अखिलेश यादव को लेकर कही ये बात
Arun Rajbhar On Akhilesh Yadav: शिवपाल यादव की कंस वाली चिट्ठी को लेकर सुभासपा नेता अरुण राजभर की प्रतिक्रिया सामने आई है. अरुण राजभर ने भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा.
Arun Rajbhar React On Shivpal Singh Yadav Letter: प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) की चिट्ठी में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को बिना नाम लिए 'कंस' कहने पर अब सुभासपा (SBSP) नेता अरुण राजभर (Arun Rajbhar) की प्रतिक्रिया सामने आई है. अरुण राजभर ने कहा कि श्रीकृष्ण (Shri Krishna) ने अपने पिता के साथ हुए अन्याय के लिए जो किया शिवपाल की चिट्ठी उसी का एक इशारा है. शिवपाल और नेताजी के साथ जो हुआ, पिता के रहते हुए कैसे पुत्र ने सब अपने कब्जे में ले लिया वो कहीं न कहीं मिलता-जुलता दिख रहा है.
'कंस' वाली चिट्ठी पर अरुण राजभर की प्रतिक्रिया
सुभासपा नेता ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि शिवपाल यादव की चिट्ठी एक इशारा है कि देश की संस्कृति, सभ्यता, मानवता और समाज के सद्भाव को आगे बढ़ाने के लिए सबसे पहले परिवार का एकजुट होना जरूरी है. अखिलेश एक इमैच्योर व्यक्ति की तरह बयान दे रहे हैं. जिस निर्वाचन आयोग ने उन्हें 125 सीटें दिलाई उसी पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. चुनाव में बाहर नहीं निकले, सुबह से रात तक टिकट बदलते रहे, अति पिछड़ों को टिकट नहीं दिया, अति पिछड़े दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक के साथ अन्याय हुआ तो संघर्ष नहीं किया. इसकी जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते.
अखिलेश यादव पर साथा निशाना
अरुण राजभर ने कहा कि एक आदमी 5 साल पढ़ाई करता है और एक आदमी 6 महीने पढ़ाई करता है दोनों में अंतर है. अखिलेश यादव ऐसा बयान देकर अपने कार्यकर्ताओं को संदेश दे रहे हैं कि 2024 में वह नहीं जीत रहे हैं. शिवपाल यादव ने अपने पत्र में इशारा किया है कि धर्म की हमेशा जय हुई है और जिन्होंने धर्म के खिलाफ लड़ाई लड़ी वो पराजित हुए हैं.
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सुभासपा के कार्यक्रम को लेकर दी जानकारी
अरुण राजभर ने कहा कि सुभासपा उपेक्षित लोगों के लिए 26 सितंबर से 27 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में सावधान यात्रा निकालेगी. 27 अक्टूबर को पटना में एक महा सावधान रैली की जाएगी. रैली में ये संदेश होगा कि जिन लोगों ने बीजेपी में रहते हुए जातिगत जनगणना की बात कही थी, वह पहली कैबिनेट में इसका एलान करें. ऐसा न होने पर ओमप्रकाश राजभर सावधान यात्रा के माध्यम से बाजा बजाएंगे. साथ ही अरुण राजभर ने कहा हमारा सदस्यता अभियान सभी 75 जिलों में चल रहा है जिससे घबराकर ओमप्रकाश राजभर को रोकने की साजिश हो रही है, उन्हें धमकाया जा रहा है, प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है.
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