शेयर मार्केट में मोटा मुनाफा देने का झांसा, नोएडा में 3 करोड़ की ठगी करने वाला गिरोह पकड़ा गया
Noida News: यह गिरोह रेट फाइन इन्वेस्टमेंट लिमिटेड नामक फर्जी कंपनी के नाम पर लोगों को शेयर मार्केट में निवेश कर दोगुना मुनाफा देने का झांसा देता था. व्हाट्सएप ग्रुप्स पर फर्जी सबूत दिखाते थे.

नोएडा में शेयर मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. साइबर क्राइम पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि गिरोह का मुख्य सरगना अभी फरार बताया जा रहा है. आरोपियों ने नोएडा के एक व्यक्ति से करीब तीन करोड़ 26 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी.
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लखनऊ निवासी सन्नी कुमार (32 वर्ष), दुर्गेश कुमार (23 वर्ष) और उन्नाव निवासी विकास कुमार के रूप में हुई है. तीनों की शिक्षा अधिकतम दसवीं कक्षा तक है, लेकिन इन्होंने तकनीकी ज्ञान का दुरुपयोग करते हुए एक संगठित साइबर ठगी नेटवर्क खड़ा कर लिया था. पुलिस ने इनसे पूछताछ के बाद उन बैंक खातों में कुछ रकम फ्रीज कर दी है, जिनमें ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी.
दोगुना मुनाफे का झांसा देते थे
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह रेट फाइन इन्वेस्टमेंट लिमिटेड नामक फर्जी कंपनी के नाम पर लोगों को शेयर मार्केट में निवेश कर दोगुना मुनाफा देने का झांसा देता था. वे व्हाट्सएप ग्रुप्स बनाकर लोगों को उसमें जोड़ते थे और नकली स्क्रीनशॉट के माध्यम से लाभ कमाने के फर्जी सबूत दिखाते थे. जब पीड़ित भरोसा कर लेता तो वे उससे अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवा लेते.
पकड़े गए आरोपी अपने बैंक खातों को गिरोह के मुख्य संचालक को उपलब्ध कराते थे, जिसके जरिए वह देशभर में निवेशकों से ठगी करता था. पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य नौ सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि मुख्य आरोपी की तलाश जारी है.
देशभर में निवेश के नाम पर करते थे ठगी
एडीसीपी साइबर क्राइम ने बताया कि यह गिरोह देशभर में सक्रिय था और अब तक कई राज्यों में करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है. पुलिस ने पीड़ितों से अपील की है कि किसी भी ऑनलाइन निवेश प्लेटफॉर्म में पैसा लगाने से पहले उसकी कंपनी का रजिस्ट्रेशन और विश्वसनीयता अवश्य जांचें. पुलिस का कहना है कि फरार मास्टरमाइंड की तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
Source: IOCL






















