यूपी: 'मुख्य अतिथि बनाने के लिए विधायक ही मिले थे?', समाज कल्याण अधिकारी के बिगड़े बोल, BJP ने दिखाया बाहर का रास्ता!
UP News: मुरादाबाद में बीजेपी विधायक रितेश गुप्ता से विवाद के बाद जिला समाज कल्याण अधिकारी हर्ष मंवार को पद से हटाया गया. वृद्धा आश्रम कार्यक्रम में की गई टिप्पणी ने पूरे जिले में बवाल मचा दिया.

मुरादाबाद में बीजेपी विधायक रितेश गुप्ता और जिला समाज कल्याण अधिकारी हर्ष मंवार के बीच विवाद के बाद बड़ा कदम उठाया गया है. वृद्धा आश्रम में एक कार्यक्रम के दौरान समाज कल्याण अधिकारी की कथित अमर्यादित टिप्पणी को लेकर मामला तूल पकड़ गया.
शिकायत के बाद शासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए हर्ष मंवार को पद से हटाकर लखनऊ मुख्यालय से संबद्ध कर दिया. यह कार्रवाई समाज कल्याण मंत्री को विधायक द्वारा भेजे गए पत्र के बाद की गई.
विधायक की नाराजगी और कार्रवाई की मांग
विधायक रितेश गुप्ता ने अपने पत्र में लिखा कि उन्हें 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर वृद्धा आश्रम में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया था. कार्यक्रम के बाद उन्हें जानकारी मिली कि जिला समाज कल्याण अधिकारी ने कर्मचारियों से कहा था, “तुम लोगों को मुख्य अतिथि बनाने के लिए विधायक ही मिले थे.”
विधायक ने इसे बेहद आपत्तिजनक बताया और कहा कि अधिकारी ने कार्यक्रम का राजनीतिकरण कहकर संस्था के लोगों को फटकार लगाई. इसके बाद विधायक ने मंत्री से कठोरतम कार्रवाई की मांग की.
आश्रम में भोज और भेंट पर भी रोक
विधायक के अनुसार, उनके क्षेत्र के नागरिक जन्मदिन या शादी की सालगिरह जैसे अवसरों पर वृद्धाश्रम में वृद्धजनों को भोज कराते हैं और अपनी इच्छानुसार भेंट देते हैं. लेकिन जिला समाज कल्याण अधिकारी ने इस पर भी आपत्ति जताई और आश्रम में भोज कराने पर रोक लगा दी. विधायक का आरोप है कि ऐसे बेलगाम अधिकारी सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं और शासन की मंशा के विपरीत काम कर रहे हैं.
‘जनप्रतिनिधियों को नहीं मिल रहा सम्मान’
इस विवाद पर बीजेपी विधायक रितेश गुप्ता ने कहा कि नौकरशाही अब बेलगाम होती जा रही है. अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन नहीं कर रहे और जनप्रतिनिधियों को सम्मान नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से भी की जाएगी ताकि ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो सके. वहीं, जिला समाज कल्याण अधिकारी हर्ष मंवार से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
Source: IOCL






















