राजस्थान: कोटा में मूकबधिर युवती की शादी में दिखी मानवता, पुलिस-प्रशासन और समाज बना परिवार
Kota News: कोटा में अनाथ मूकबधिर रीना की शादी में न्यायिक अधिकारी ने कन्यादान किया, पुलिस और प्रशासन ने बारात का गर्मजोशी से स्वागत किया. यह शादी मानवता और सामाजिक संवेदनशीलता की मिसाल बनी.

राजस्थान के कोटा शहर में एक अनोखी और भावुक कर देने वाली शादी हुई, जिसने सामाजिक संवेदनशीलता और मानवीयता की अनूठी मिसाल पेश की. राजकीय नारी निकेतन नांता में रहने वाली अनाथ मूकबधिर युवती रीना का विवाह परंपरागत सनातन रीति-रिवाजों से हुआ. दूल्हा धर्मराज जब घोड़ी पर सवार होकर बारात के साथ पहुंचा तो पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने गर्मजोशी से स्वागत कर माहौल को विशेष बना दिया. इस विवाह में जिला एवं सत्र न्यायालय के प्रोटोकॉल अधिकारी ने अपनी पत्नी के साथ रीना को बेटी मानकर कन्यादान किया, जिसे देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं.
रीना की दर्दभरी पिछली कहानी और नारी निकेतन का साथ
यह अनाथ युवती 13 साल पहले पुलिस द्वारा तब नारी निकेतन में दाखिल कराई गई थी, जब वह किसी की हैवानियत का शिकार होकर बेहद कम उम्र में मां बनने वाली थी. तब से वह अपनी बेटी के साथ इसी नारी निकेतन में रह रही है. वह बोल और सुन तो नहीं सकती लेकिन अपने व्यवहार और हुनर की वजह से उसने नारी निकेतन से जुड़े सभी लोगों का दिल जीत लिया. यही वजह है कि न्यायिक अधिकारी ने उसका कन्यादान किया. पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने शादी की रस्में निभाई और समाज के लोगों ने उसे आशीर्वाद दिया.
विवाह समारोह में समाज की बड़ी भागीदारी
समारोह में न्यायिक अधिकारियों,पुलिस अधिकारियों, विधायकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और शहर के नागरिकों ने बड़ी संख्या में शिरकत की और इस विशेष पल के साक्षी बने. रीना कई वर्षों से नारी निकेतन में रह रही है. वह सुन-बोल नहीं सकती, लेकिन योग, सिलाई और बुनाई में दक्ष है. उसकी शादी के लिए जिला प्रशासन और सामाजिक न्याय विभाग ने विशेष पहल की. पां च संभावित वरों के स्वयंवर में से चयन प्रक्रिया के बाद रीना ने धर्मराज को अपना जीवनसाथी चुना, जो भामाशाह मंडी क्षेत्र में हार्डवेयर की दुकान पर कार्यरत हैं.
उपहार, सहयोग और सरकार की सहायता ने बनाया पल यादगार
शहरवासियों ने भी इस शादी को यादगार बनाने में पूरा योगदान दिया. किसी ने टीवी भेंट किया, किसी ने फ्रिज, तो कई लोगों ने सोने-चांदी के उपहार देकर नवविवाहित दंपति का मनोबल बढ़ाया. हल्दी, मेहंदी, तोरण, वरमाला और फेरे—हर रस्म नारी निकेतन परिसर में उत्सव के माहौल में सम्पन्न हुई. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक सविता कृष्णैया ने बताया कि सरकार की ओर से नवदंपति को 5 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी, साथ ही भामाशाहों और समाजसेवियों द्वारा भी सहयोग दिया गया है. कोटा ने इस अनोखे आयोजन के माध्यम से साबित किया कि सामुदायिक सहयोग और मानवीयता मिलकर किसी के जीवन में खुशियों की नई इबारत लिख सकते हैं.
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Source: IOCL























