जम्मू-कश्मीर में पुलिस की बड़ी छापेमारी, प्रतिबंधित संगठन Jel से जुड़े लोगों पर रेड
Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर पुलिस ने प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बडगाम, अनंतनाग, शोपियां और कुपवाड़ा जिलों में छापे मारे.

जम्मू कश्मीर पुलिस ने प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (JeI) के कुछ सदस्यों की कथित देश-विरोधी गतिविधियों के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई की है. पुलिस ने गुरुवार (27 नवंबर) को उससे जुड़े कई जगहों पर सुबह-सुबह छापे मारे और तलाशी ली. ये छापे बडगाम, अनंतनाग, शोपियां और कुपवाड़ा जिलों में मारे गए और जांच के लिए कई आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए गए हैं.
अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार (27 नवंबर) सुबह बडगाम जिले के चदूरा, सोइबुघ और बीरवाह इलाकों में मिलकर तलाशी अभियान चलाए गए. छापे पूरी तरह से कानूनी प्रक्रियाओं के अनुसार मारे गए और इसमें पुलिस अधिकारियों, महिला पुलिसकर्मियों और स्थानीय नंबरदारों की टीमें शामिल थीं.
हंदवाड़ा के वारीपोरा में भी पुलिस की छापेमारी
तलाशी के दौरान, अधिकारियों ने JeI से जुड़े लोगों के घरों के साथ-साथ JeI से जुड़े संस्थानों से कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, दस्तावेज और दूसरा सामान ज़ब्त किया. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हंदवाड़ा के वारीपोरा में जामिया इस्लामिया संस्थान में भी छापा मारा और परिसर की पूरी तलाशी ली गई.
भरोसेमंद इनपुट के आधार पर कार्रवाई
अधिकारियों ने कहा कि यह रेड संदिग्ध गैर-कानूनी गतिविधियों और बैन संगठनों के साथ संभावित लिंक के बारे में 'भरोसेमंद इनपुट' के आधार पर की गई थी. ऑपरेशन के दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए गए और उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए ज़ब्त कर लिया गया है. पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, "इन्वेस्टिगेटर मटेरियल का एनालिसिस कर रहे हैं ताकि इसके इस्तेमाल का पता लगाया जा सके और किसी भी संदिग्ध कनेक्शन को वेरिफाई किया जा सके, जिसमें बैन जमात-ए-इस्लामी (JEI) के साथ संभावित लिंक भी शामिल हैं."
टेरर सपोर्ट स्ट्रक्चर को खत्म करने को लेकर एक्शन
अनंतनाग पुलिस ने भी बैन संगठन जमात-ए-इस्लामी (JeI) पर इस बड़ी कार्रवाई के तहत जिले में कई जगहों पर बड़े पैमाने पर रेड मारी. पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, "JeI सदस्यों और उनके साथियों से जुड़े रिहायशी इलाकों और दूसरी जगहों पर तलाशी ली गई, ताकि टेरर इकोसिस्टम और उसके सपोर्ट स्ट्रक्चर को खत्म करने की चल रही कोशिशों को पूरा किया जा सके."
एसपी मुश्ताक अहमद चौधरी ने रेड को लेकर की पुष्टि
अधिकारियों ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में पुलिस ने बैन जमात-ए-इस्लामी (JeI) से जुड़े लोगों और जगहों को टारगेट करते हुए कई जगहों पर मिलकर तलाशी शुरू की. सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ़ पुलिस, मुश्ताक अहमद चौधरी ने कन्फर्म किया कि पुलिस टीमों ने शोपियां शहर और तुर्कवांगम, इमामसाहिब, बरथीपोरा और ज़ैनपोरा समेत कई गांवों में तलाशी ली.
जमात-ए-इस्लामी को कब किया गया था बैन?
जमात-ए-इस्लामी जम्मू और कश्मीर को पहली बार फरवरी 2019 में कथित अलगाववादी गतिविधियों के लिए अनलॉफुल एक्टिविटीज़ (प्रिवेंशन) एक्ट (UAPA) के तहत बैन किया गया था. फरवरी 2024 में बैन को और पांच साल के लिए बढ़ा दिया गया था, जिसमें गृह मंत्रालय ने कहा था कि संगठन राष्ट्रीय सुरक्षा और पब्लिक ऑर्डर के लिए खतरा बना हुआ है.
सुरक्षा एजेंसियों की JeI सदस्यों पर पैनी नजर
2019 से, सुरक्षा एजेंसियों ने इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी उपायों के तहत JeI सदस्यों और समर्थकों से जुड़ी नियमित रूप से तलाशी, संपत्ति ज़ब्त करना और गिरफ्तारियां की हैं. पुलिस ने कहा कि ये ऑपरेशन टेरर इकोसिस्टम को खत्म करने और बैन संगठन से जुड़े अलगाववादी प्रोपेगैंडा को रोकने की चल रही कोशिश का हिस्सा थे. एक अधिकारी ने कहा, “ऐसे लगातार ऑपरेशन के ज़रिए J&K पुलिस जिले में शांति, सुरक्षा और आतंक-मुक्त माहौल पक्का करने के अपने वादे को दोहराती है.”
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Source: IOCL























