दिल्ली में फर्जी जॉब रैकेट का भंडाफोड़, बेरोजगारों से लाखों की ठगी, आरोपी गिरफ्तार
Delhi News: दिल्ली पुलिस ने कोटला मुबारकपुर में एक फर्जी जॉब रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगा जा रहा था. मास्टरमाइंड सहित पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं.

राजधानी दिल्ली के साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने एक बड़े फर्जी जॉब रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो बेरोजगार युवाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये हड़प रहा था. यह गैंग कोटला मुबारकपुर से अपने नेटवर्क को चला रहा था और अब तक सौ से अधिक युवाओं को ठग चुका है.
इस मामले में पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान, तारिक खान, कपिल, तन्नूम उर्फ तन्नू, अदीबा और शहाना उर्फ जोया के रूप में हुई है. ये दिल्ली के शालीमार गार्डन, मलकागंज और वेलकम इलाके के रहने वाले हैं. इनके कब्जे से पुलिस ने मोबाइल फोन, पेमेंट रिसीट्स, फर्जी डॉक्यूमेंट, UPI/QR कोड, बैंक डिटेल्स आदि बरामद किए हैं.
नौकरी के नाम पर ठगी का जाल
डीसीपी अंकित चौहान के मुताबिक, शालीमार गार्डन की रहने वाली महिला शिकायतकर्ता मनीषा ने कोटला मुबारकपुर पुलिस को दी गयी शिकायत में बताया कि उन्हें 22 सितंबर 2025 को अमरदीप नाम के एक शख्स की कॉल आयी थी, जिसने दावा किया कि मनीषा की प्रोफाइल Naukri.com के जरिए डेलॉयट कंपनी में शॉर्टलिस्ट हुई है और उन्हें कोटला मुबारकपुर स्थित “स्किल इनोवेशन सॉल्यूशन”, में इंटरव्यू के लिए बुलाया गया. इंटरव्यू के बाद, आरोपियों ने उनसे 24,000 रुपये प्रोसेसिंग और सिक्योरिटी फीस के नाम पर ऐंठ लिए लेकिन न तो कोई जॉब मिली, न ही रकम वापस की गई.
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि तारीक खान नामक शख्स इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड है. उसके साथ तनु, कपिल, अदीबा और शहाना उर्फ जोया नाम के आरोपी मिलकर यह फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी चला रहे थे. अब तक उन्होंने 100 से अधिक लोगों से करीब 15 लाख रुपये की ठगी की थी.
स्पेशल टीम ने लगाया जाल, चलाया डिकॉय ऑपरेशन
मामले की गंभीरता को देखते हुए साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस की स्पेशल स्टाफ टीम को जांच की जिम्मेदारी दी गई. इंस्पेक्टर अनुराग सिंह के नेतृत्व में एसआई मनीष, एसआई नवीन, एएसआई प्रकाश एवं अन्य की टीम ने खुफिया जानकारी जुटाई और एक डिकॉय कस्टमर (छद्म ग्राहक) के जरिए छापामार कर गिरोह को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई.
रेड के दौरान पुलिस ने कोटला मुबारकपुर स्थित H. No. 101, 1st Floor, 1898, A/1 के पते पर छापा मारा, जहां एक पूरा फर्जी ऑफिस संचालित किया जा रहा था. मौके पर मौजूद सभी आरोपी पकड़े गए और पूछताछ में उन्होंने अपना अपराध स्वीकार किया.
ऐसे चल रहा था फर्जी जॉब रैकेट
आरोपियों ने “स्किल इनोवेशन सॉल्यूशन” नाम से एक फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी बना रखी थी. इसे असली दिखाने के लिए उन्होंने करीब 10 टेलीकॉलर रखे थे जो ऑनलाइन जॉब पोर्टल्स से प्रोफाइल लेकर उम्मीदवारों को कॉल करते थे. उन्हें इंटरव्यू के बहाने ऑफिस बुलाया जाता था, जहां सिक्योरिटी या प्रोसेसिंग फीस के नाम पर उनसे पैसे वसूले जाते थे. जैसे ही पैसा मिल जाता, आरोपी उम्मीदवारों से संपर्क बंद कर देते और कुछ महीनों बाद ऑफिस बदलकर फिर किसी नई जगह से वही खेल शुरू कर देते थे.
पुलिस ने बरामद किए अहम सबूत
पुलिस ने मौके से कई मोबाइल फोन, पेमेंट रिसीट्स, फर्जी डॉक्यूमेंट, UPI/QR कोड, बैंक डिटेल्स, और नौकरी चाहने वालों के सैकड़ों रिज्यूमे जब्त किए हैं. ये सभी दस्तावेज इस बात का सबूत हैं कि गिरोह व्यवस्थित तरीके से ठगी कर रहा था. पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों, ठगे गए पीड़ितों और आर्थिक लेन-देन की गहराई से जांच कर रही है. डिजिटल सबूतों की फोरेंसिक जांच भी जारी है ताकि गिरोह के बाकी सदस्यों तक पहुंचा जा सके.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















