Putin का भारत दौरा 2025 | India–Russia Trade Shift, US Tariffs War & New Alliances | Paisa Live
Russia के President Vladimir Putin 4 अक्टूबर को भारत के दौरे पर आ रहे हैं और यह करीब 30 घंटे की यात्रा Global Politics और Trade के लिए बेहद अहम मानी जा रही है। Ukraine War के बाद यह उनका पहला India Visit होगा, जिसमें Trade Agreements और Defence Cooperation पर बड़े फैसले संभव हैं। ऐसी स्थिति में दुनिया की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि Geopolitical Tensions, Tariffs War और बदलते Global Alliances के बीच India किस दिशा में आगे बढ़ेगा। Trade Tariffs इस पूरी कहानी का सबसे महत्वपूर्ण पहलू रहा है। अप्रैल में भारत समेत 100 से अधिक देशों पर अतिरिक्त Tariffs लगाए गए थे और Russia से Discounted Crude Oil खरीदने के चलते भारत पर 50% Extra Tariffs का दबाव और बढ़ गया। अमेरिकी राष्ट्रपति Trump लगातार चेतावनी देते रहे कि Russia के साथ Trade बढ़ाने पर India को कड़ी सज़ा मिलेगी। इसी वजह से भारत ने रूस से Oil Purchase काफी हद तक कम कर दी, जबकि यह Trade Indian Companies को हर साल एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का फायदा देता था और Rupee–Rouble Settlement से Foreign Reserve भी मजबूत होता था। अब Russian Oil Purchase का भविष्य भी संकट में है। India और Russia के Trade Numbers भी बड़ा फर्क दिखाते हैं। भारत का Russia को Export सिर्फ US$4.9B है जबकि Imports US$63.8B तक पहुंचते हैं। Crude Oil और Fertilizers जैसी Commodities में 80–90% व्यापार होने से व्यापार घाटा कई गुना बढ़ जाता है। वही भारत–अमेरिका Trade देखें तो Export US$87.3B और Import US$41.5B है, जो US को India का सबसे बड़ा और High-Value Trade Partner बनाता है। इसके बावजूद भारत नए Trade Alliances बनाने पर काम कर रहा है। Shanghai Summit के बाद India–China Economic Relations में सुधार के संकेत मिले हैं और कई Sectors में Chinese Firms के लिए Regulations आसान किए जा रहे हैं, साथ ही IT और Biomedicine में भारत के Export बढ़ाने पर भी काम जारी है।

























