CJI गवई पर हमले की कोशिश पर अरविंद केजरीवाल बोले, 'देश की सर्वोच्च कुर्सी...'
Chief Justice BR Gavai: आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश इस तरह की राजनीति और गुंडागर्दी कभी बर्दाश्त नहीं करेगा.

CJI बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश पर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. इस बीच आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि CJI बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश सिर्फ एक न्यायाधीश पर नहीं बल्कि भारत की आत्मा पर हमला है. इस देश की न्यायपालिका पर हमला है. दलित बेटा मेहनत और ईमानदारी से देश की सर्वोच्च कुर्सी तक पहुंचे- ये इन लोगों को बर्दाश्त नहीं.
खुलेआम CJI को सोशल मीडिया पर धमकियां- केजरीवाल
इसके आगे उन्होंने कहा, "इनकी हिम्मत तो देखो. इनके समर्थक खुलेआम CJI को सोशल मीडिया पर धमकियां दे रहे हैं. इस तरह की राजनीति और गुंडागर्दी ये देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा."
CJI बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश सिर्फ़ एक न्यायाधीश पर नहीं बल्कि भारत की आत्मा पर हमला है, इस देश की न्यायपालिका पर हमला है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 6, 2025
दलित बेटा मेहनत और ईमानदारी से देश की सर्वोच्च कुर्सी तक पहुँचे- ये इन लोगों को बर्दाश्त नहीं।
इनकी हिम्मत तो देखो। इनके समर्थक खुले आम CJI को…
'मोदी राज में दलितों के प्रति घृणा का भाव...'
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, "मोदी राज में दलितों के प्रति नफ़रत और घृणा का भाव रखने वाले लोगों की हिम्मत तो देखिए CJI के गले में हाण्डी बांधकर जूता मारने का वीडियो जारी किया जा रहा है। इस देश के दलित शोषित वंचित लोगों से अपील है इस अपमान का बदला BJP को सत्ता से भगाकर लें।"
गौरतलब है कि एक चौंकाने वाली सुरक्षा चूक में सुप्रीम कोर्ट में सोमवार (6 अक्टूबर) को कार्यवाही के दौरान 71 साल एक वकील ने सीजेआई गवई की ओर जूता उछालने की कोशिश की. बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने आरोपी वकील का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी के कब्जे से एक नोट मिला जिस पर नारा लिखा था, “सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान.” अदालती कार्यवाही के दौरान और उसके बाद हुई इस अभूतपूर्व घटना से अविचलित रहे सीजेआई ने अदालत के अधिकारियों और अदालत कक्ष में मौजूद सुरक्षाकर्मियों से कहा कि वे इसे नजरअंदाज करें और राकेश किशोर नामक दोषी वकील को चेतावनी देकर छोड़ दें.
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Source: IOCL





















