राहुल गांधी की 'जलेबी राजनीति' पर सम्राट चौधरी का तंज, बीजेपी नेताओं ने विपक्ष पर साधा निशाना
Samrat Chaudhary: बिहार चुनावी माहौल में राहुल गांधी की ‘जलेबी राजनीति’ पर सम्राट चौधरी ने तंज कसा का काम किया. जबकि बीजेपी नेताओं ने प्रशांत किशोर और महागठबंधन पर तीखा प्रहार किया है.

बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ते ही नेताओं के बीच बयानबाजी भी तेज हो गई है. दीपावली के अवसर पर कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का 'जलेबी और लड्डू बनाने' वाला वीडियो सामने आने के बाद सियासी गलियारों में नई बहस छिड़ गई. इस वीडियो पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने चुटकी लेते हुए राहुल गांधी पर व्यंग्य कसा.
सम्राट चौधरी ने कहा कि हरियाणा चुनाव के दौरान राहुल गांधी जलेबी खरीद रहे थे और अब बिहार चुनाव के वक्त जलेबी का निरीक्षण कर रहे हैं. ईश्वर करे वे इसी तरह निरीक्षण करते रहें. उनके इस तंज के बाद बीजेपी नेताओं ने भी विपक्षी दलों पर निशाना साधना शुरू कर दिया.
जो नेता खुद मैदान से भाग चुके हैं वो क्या चुनाव लड़ेंगे- नितिन नबीन
इसी क्रम में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर द्वारा बीजेपी नेताओं पर लगाए गए आरोपों का जवाब बांकीपुर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार और राज्य मंत्री नितिन नबीन ने दिया. उन्होंने कहा कि जो नेता खुद मैदान से भाग चुके हैं, उनके उम्मीदवार चुनावी मुकाबले में टिक नहीं पाएंगे. जब नेता ही चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा, तो वह अपने कार्यकर्ताओं को क्या ताकत देगा.
भगवान श्रीराम के जीवन से लेनी चाहिए प्रेरणा- दिलीप कुमार जायसवाल
वहीं, दिवाली के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों को लिखे पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का विजन हमेशा 'सबका साथ, सबका विकास' पर केंद्रित रहा है. उन्होंने दीपावली के अवसर पर भगवान श्रीराम के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही, जो सामाजिक न्याय और सहयोग की मिसाल हैं. राम ने वनवास के दौरान भी किसी राजा से मदद नहीं मांगी, बल्कि निषादराज और वानर सेना जैसे समाज के उपेक्षित वर्गों के साथ मिलकर धर्म की रक्षा की. पीएम मोदी भी उसी भावना को आगे बढ़ा रहे हैं.
बिहार में जनता अब नहीं चाहती है जंगलराज-2
जायसवाल ने महागठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि अब इसका नाम 'महा लठबंधन' रख देना चाहिए, क्योंकि इसमें तेल पिलाने और लाठी चलाने वाली राजनीति हावी है. बिहार की जनता अब जंगलराज-2 नहीं चाहती. सीट बंटवारे में ही जब इतना झगड़ा है, तो सरकार बनने के बाद क्या हाल होगा.
उन्होंने दावा किया कि इस बार जनता स्थिरता, विकास और सुशासन के पक्ष में मतदान करेगी, क्योंकि बिहार अब अराजकता और अस्थिरता के दौर में लौटना नहीं चाहता.
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