नकली IAS के निशाने पर लड़कियां
लग्जरी कार...कार पर लगी नीली बत्ती...सुरक्षा के लिए चौबीस से ज्यादा गनमैन....और ठसक ऐसी कि कोई भी पल भर में ही प्रभावित हो जाए....कहानी एक ऐेसे फर्जी आईएएस की है....जिसका जाल चार राज्यों में फैला था....धोखे के खेल से वो करोडों की हेराफेरी कर चुका है...औऱ अब पता चला है....वो दिल का मोस्टवांंटेड भी है....कुंवारी कन्याओं का वो लुटेरा ठगराज....जिसके करतूतों के खुलासे ने सारे शहर में फैला दी है सनसनी...कल तक जो खुद को सीनियर आईएएस अफसर कहता था....जो नीलीबत्ती वाली गाडी में चलता था....जिसके साथ चौबीसो घंटे बंदूकधारी बॉडीगार्ड रहते थे....पोल-पट्टी खुलने के बाद उसकी सारी हेकड़ी गायब हो गई....पुलिस उससे पूछताछ कर रही है....और वो दनादन अपनी करतूतों का खुलासा कर रहा है....करतूतें भी ऐसी-ऐसी कि सुनकर कोई सन्न रह जाए….पुलिस के मुताबिक सीतामढ़ी का रहने वाला ललित किशोर जब से फर्जी आईएएस अधिकारी गौरव सिंह बना था...इसके जाल में बडे-बडे लोग फंसते चले गए...ये नीली बत्ती वाली गाडी में जब निकलता था...तो लोग इसकी हनक से ही कांप जाते थे....एक दर्जन से अधिक गनर...और पूरे तामझाम के साथ ये जहां भी पहुंचाता था...वहीं बडे-बडे ऑफिसर इसकी जी-हजूरी करने लगते थे. फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर ये इतना बेखौफ हो गया था कि एक बार तो इसने एक एसडीएम को ही थप्पड़ जड दिया था. वजह सिर्फ इतना था कि एसडीएम ने इससे ये पूछने की हिम्मत कर ली थी कि आप किस बैच के आईएएस हैं....बिहार के शातिर ठगराज की इस कहानी के बाद अब दास्तान सायबर की दुनिया के शातिर डकैतों की....उन बदमाशों की जो डिजिटल अरेस्ट का जाल बुनकर कई लोगों को करोडों का चूना लगा चुके हैं....सायबर की दुनिया में आजकल जो खतरा सबसे बडा है...वो है डिजिटल अरेस्ट के बदमाशों का...उन शैतानों का....जो तरह-तरह की कहानियां बुनकर लोगों को धोखे के जाल में फंसाते हैं...और फिर उन्हें सरेआम लूट लेते हैं...वो गुमनाम ठिकानों से फोन करते हैं....संगीन अपराधों में फंसाने की धमकी देते हैं....शिकार को उनके ही घर में कैद कर देते हैं...और फिर धोखे से खाली कर देते हैं उनका सारा बैंक अकाउंट.....कुछ रोज पहले ऐसे ही बदमाशों की कैद से 36 घंटे बाद रिहा होने वाली एक बुर्जुग महिला ने जो खुलासा किया है...उसकी कहानी बेहद डरावनी है....


























