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PHOTOS: दिग्गज नेता शरद यादव के बेटे को RJD ने नहीं दिया टिकट, अब छलका शांतनु का दर्द
Shantanu Yadav: आरजेडी की ओर से 22 लोकसभा सीटों के लिए लिस्ट जारी कर दी गई है. मधेपुरा से मधेपुरा से प्रो. कुमार चंद्रदीप को उम्मीदवार बनाया गया है जबकि शांतनु यादव यहां से तैयारी कर रहे थे.
पिता शरद यादव के साथ शांतनु यादव
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राष्ट्रीय जनता दल ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अपने 22 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है. मधेपुरा लोकसभा सीट से प्रो. कुमार चंद्रदीप को टिकट दिया गया है. दिग्गज नेता रहे शरद यादव के बेटे को शांतनु यादव को टिकट नहीं दिया गया है. इस पर शांतनु यादव का दर्द छलका है.
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शांतनु यादव ने मंगलवार (09 अप्रैल) की रात एक्स पर पोस्ट करके अपने पिता के साथ एक तस्वीर लगाई है. लिखा है, "पिता का साया सिर से हट जाना जीवन का सबसे कष्टदायी क्षण होता है."
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शरद यादव 2019 में आरजेडी के टिकट पर मधेपुरा से चुनाव लड़े थे, लेकिन वह हार गए थे. इसके बाद मधेपुरा से शांतनु यादव लगातार तैयारी कर रहे थे. शरद यादव का निधन 12 जनवरी 2023 को हुआ था. निधन से पहले तक वो ज्यादा समय आरजेडी से जुड़े रहे थे.
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लालू परिवार से शरद यादव का अच्छा संबंध था. शांतनु यादव लालू यादव के दोनों बेटे के हम उम्र हैं. इस कारण उनके बीच अच्छी बनती है. कई बार तेजस्वी और तेज प्रताप यादव के साथ वो रैली में घूमते दिखे हैं.
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कहा जाए तो शरद यादव का लालू परिवार से पारिवारिक रिश्ता सा दिखता था और शांतनु को उम्मीद थी कि अपने पिता की पारंपरिक सीट पर आरजेडी की ओर से उन्हें मौका मिलेगा.
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शरद यादव देश के पहले ऐसे नेता थे जो तीन राज्यों में सांसद के रूप में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. उनकी वक्त से लगातार शांतनु यादव मधेपुरा में दौरा करते रहे हैं.
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शरद यादव सात बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं जिसमें 1991 से 2014 तक चार बार बिहार की मधेपुरा सीट से सांसद रहे.
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शरद यादव केंद्र में चार विभागों के मंत्री भी रह चुके थे. देश की राजनीति में अगर वरिष्ठ नेताओं के नाम आते हैं तो शरद यादव का भी उनमें से एक है.
Published at : 10 Apr 2024 07:34 AM (IST)
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