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हाथों-नाखूनों में दिखने वाले ये 5 बदलाव हो सकते हैं गंभीर बीमारी का संकेत, डॉक्टर्स ने दी चेतावनी
कोइलोनिखिया यानी स्पून नेल्स आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया का शुरुआती संकेत होता है. इसमें नाखून इतने पतले हो जाते हैं कि उनकी सतह अंदर की ओर धंस जाती है और चम्मच जैसी दिखाई देती है.
अक्सर लोग बड़ी बीमारियों के लक्षण तभी पहचान पाते हैं, जब समस्या काफी बढ़ चुकी होती है. लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि शरीर कई बार बहुत पहले ही संकेत देना शुरू कर देता है, खासकर हाथों और नाखूनों के जरिए. यह संकेत बहुत छोटे होते हैं इसलिए लोग इन्हें थकान, मौसम या छोटी-मोटी कमी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं. इसे लेकर हाल ही में एक्सपर्ट्स ने बताया कि हाथों और नाखूनों में दिखाई देने वाले हल्के बदलावों को बिल्कुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. कई बार यह बदलाव दिल, फेफड़ों, खून की कमी, इन्फेक्शन या ऑटोइम्यून बीमारी जैसी गंभीर स्थितियों की ओर इशारा करते हैं. ऐसे में चलिए आज हम आपके हाथों और नाखूनों में होने वाले ऐसे पांच बदलाव के बारे में बताते हैं जो गंभीर बीमारियों की ओर संकेत करते हैं.
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क्लबसिंग एक ऐसा बदलाव है, जिसमें उंगलियों के सिर गोल हो जाते हैं और नाखून आगे की ओर ज्यादा घुमावदार दिखने लगते हैं. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ऐसा तब होता है जब शरीर मेगाकैरियोसाइट्स फेफड़ों को बाईपास कर उंगलियां तक पहुंच जाते हैं और वहां ग्रोथ फैक्टर रिलीज करते हैं. यह बदलाव अक्सर क्रॉनिक लंग डिजीज जैसे फेफड़ों का कैंसर सिस्टिक फाइब्रोसिस, पल्मोनरी फाइब्रोसिस, ब्रोन्किइक्टेसिस या लंबे समय तक कम ऑक्सीजन वाली स्थितियों जैसे हार्ट डिजीज में देखा जाता है. ऐसे में अगर उंगलियां अचानक मोटी और गोल लगने लगे तो तुरंत डॉक्टर से जांच करनी चाहिए.
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इसके अलावा कोइलोनिखिया यानी स्पून नेल्स आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया का शुरुआती संकेत होता है. इसमें नाखून इतने पतले हो जाते हैं कि उनकी सतह अंदर की ओर धंस जाती है और चम्मच जैसी दिखाई देती है. इसे लेकर एक्सपर्ट्स बताते हैं कि यह आयरन की कमी, भारी पीरियड्स, गर्भावस्था, पोषण की कमी या फिर किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. खास बात यह है कि यह नाखूनों में बदलाव कई बार अन्य लक्षणों से महीनाें पहले दिखाई देते हैं.
Published at : 12 Dec 2025 10:12 AM (IST)
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