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बच्चों का बढ़ता स्क्रीन टाइम बना टेंशन की वजह, मोबाइल की लत से बदल रहा व्यवहार
भारत में बच्चों का बढ़ता स्क्रीन टाइम माता-पिता के लिए चिंता का कारण बन गया है. सर्वे के मुताबिक बच्चे दिन में 3 घंटे से ज्यादा मोबाइल पर बिता रहे हैं, जिससे उनके व्यवहार पर असर दिख रहा है.
भारत में बच्चों का बढ़ता स्क्रीन टाइम एक गंभीर चिंता का विषय है. अक्सर हमने अपने आसपास और घरों में देखा है कि बच्चे अब बाहर खेलने के बजाय अपना अधिकतर समय मोबाइल के इस्तेमाल में लगा रहे हैं. पढ़ाई से लेकर खेल और दोस्ती तक, सब कुछ स्क्रीन के जरिए होने लगा है. आमतौर पर शहरों में रहने वाले बच्चों में मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा देखा गया है, जिससे उनके पेरेंट्स की चिंता बढ़ गई है. कई माता-पिता का मानना है कि बच्चों द्वारा मोबाइल का बढ़ता इस्तेमाल उनके व्यवहार में भी बदलाव ला रहा है.
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बच्चों के माता-पिता का कहना है कि उनके बच्चे मोबाइल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ज्यादा से ज्यादा समय बिता रहे हैं. बच्चे बड़ी मात्रा में सोशल मीडिया, गेमिंग और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो एक चिंता का विषय है
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सरकार ने डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन (DPDP) 2025 के तहत नियम लागू किए हैं, लेकिन बच्चों के माता-पिता का मानना है कि सिर्फ नियम बनाने से समस्या हल नहीं होगी. इसके लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है.
Published at : 23 Dec 2025 08:07 AM (IST)
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