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कई ईयरफोन में होता है एक्स्ट्रा होल, कभी सोचा है आखिर इसका काम क्या है?
स्मार्टफोन के इस दौर में अधिकांश लोग गाना सुनने, फिल्म देखने के लिए ईयरफोन का इस्तेमाल करते हैं. तकनीक के साथ ही ईयरफोन अब मार्केट में ब्लूटूथ ईयरफोन, ईयरबड्स जैसे कई रूप में आ चुका है.
अधिकांश लोगों ने गौर किया होगा कि इन सभी के शेप में खास कोई बदलाव नहीं देखा गया है. इसके अलावा बहुत कम लोगों ने ये नोटिस किया होगा कि ईयरफोन या ईयरबड्स के पीछे एक छोटा सा छेद बना हुआ होता है. आज हम आपको बताएंगे कि ऐसा क्यों होता है.
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बता दें कि ईयरफोन के पीछे छोटा सा छेद सिर्फ डिज़ाइन का हिस्सा नहीं होता है,बल्कि इसका खास मकसद है. इयरफोन पर उस छोटे से छेद को अक्सर वेंट या बेस पोर्ट कहा जाता है. इन्हें बनाने के कई मकसद हैं, जैसे कि कान के अंदर हवा के दबाव को बराबर करना, साउंड क्वालिटी में सुधार करना और बेहतर बेस प्रदान करने में मदद करता है.
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जानकारी के मुताबिक ईयरफोन में इसलिए भी छेद दिए जाते हैं, ताकि इसके ज़रिए एयर फ्लो होता रहे. इससे ईयरफोन लगाने पर कान के अंदर बनने वाले प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है. जिन ईयरफोन में छेद नहीं होता है, उससे कान में काफी प्रेशर पड़ सकता है
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इसके अलावा अगर ईयरफोन में ये छोटा छेद नहीं होगा तो कई लोगों के कान के दर्द का कारण भी बन सकता है. वे छेद इयरफोन के स्पीकर ड्राइवर के अंदर और बाहर के बीच दबाव को बराबर करने में मदद करता है.
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वहीं छोटे छेद इयरफोन को कान में डालने या निकालने पर ‘पॉप’ साउंड उत्पन्न करने की संभावना को कम करने में भी मदद करता है. हालांकि इसकी वजह से बाहर की आवाज़ भी कान में जाती रहती है, लेकिन साउंड क्वालिटी को खराब नहीं करती है.
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वहीं ऐपल एयरपॉड में दिया गया होल बेस बैलेंस के साथ-साथ स्पीकर वाइब्रेशन को बेहतर करने में भी मदद करता है.
Published at : 18 Apr 2024 12:36 PM (IST)
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