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'फुले' से पहले इन फिल्मों में उजागर की गई जातिवाद की सच्चाई, देखकर खड़े हो जाएंगे रौंगटे
पत्रलेखा और प्रतीक गांधी की फिल्म फुले विवादों से घिरी हुई है. इस मूवी में जातिगत हकीकत को दिखाया गया है. हालांकि इससे पहले ही इस मुद्दे पर कई फिल्में बन चुकी हैं.
भारत ने आजादी के बाद काफी तरक्की की है और आज हम आधुनिक होने का बखान करते हैं लेकिन देश के कई कोनों में आज भी जात-पात के आधार पर भेदभाव किया जाता है. इस विषय पर फुले से पहले भी कई फिल्में बनी हैं जो समाज को आईना दिखाती हैं और जातिगद भेदभाव की हकीकत से दर्शकों को रूबरू कराती है. चलिए जानते हैं आखिर किन-किन फिल्मों में जात-पात के भेदभाव की परतें खोली गई हैं.
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अनंत महादेवन की फुले इस महीने की 25 तारीख को रिलीज हो रही है. प्रतीक गांधी और पत्रलेखा स्टारर ये फिल्म ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले की लाइफ पर बेस्ड है. इस फिल्म में जातिगत सच्चाई को दिखाया गया है.
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साल 2021 में रिलीज हुई जय भीम में साउथ सुपरस्टार सूर्या ने लीड रोल प्ले किया था. ये फिल्म भी समाज को आईना दिखाती है. इस फिल्म जातिगत भेदभाव को दिखाया गया है. इसमें तमिलनाडु की एक जाति के साथ हुए उत्पीडन की कहानी दिखाई गई है. फिल्म को टीजे ग्नानवेल ने निर्देशित किया है.
Published at : 21 Apr 2025 10:56 AM (IST)
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