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Name Plate Controversy: UP में सीएम योगी के खिलाफ फूटा शंकराचार्य का गुस्सा, तमतमाकर कह दिया कुछ ऐसा कि…
Name Plate Controversy: योगी सरकार के दुकानों पर का नाम लिखने का आदेश जारी करने के बाद से न केवल विपक्षी बल्कि ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती भी भड़क गए हैं.
नेमप्लेट लगाने के फैसले के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ पर बरसे शंकराचार्या
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यूपी सरकार का कांवड़ रूट पर खाने पीने की दुकानों पर प्रोपराइटर का नाम लिखने का आदेश जारी करने के बाद से ही यूपी की सियासत में बवाल सा मचा हुआ है. योगी सरकार के इस फैसले के बाद से न केवल विपक्षी बल्कि ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती भी भड़क गए हैं.
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योगी सरकार के फैसले को लेकर शंकराचार्य ने कहा कि पहले के लोग धर्मांतरण करते थे तो नाम बदल देते थे, लेकिन इस समय धर्मांतरण तो बड़े पैमाने पर हो रहा है, लेकिन नाम नहीं बदले जा रहे. अब इस्लाम हो चाहे ईसाई दोनों ही लोगों को कन्वर्ट तो कर रहे हैं, लेकिन नाम नहीं बदल रहे.
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उन्होंने कहा कि लोग नाम देखकर खरीद के खा लेते हैं तो क्या इससे सब सही हो जाएगा. शंकराचार्य ने कहा कि यदि हम किसी दुकान पर फल खरीदने जाते हैं. तो वह फल किसने तोड़ा, किसने पाला और किसने उसे पानी से सींचा हमें नहीं पता.
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शंकराचार्य ने कहा कि यदि इस तरह का कोई फरमान लेकर आ रहे थे तो पहले इसका प्रशिक्षण कांवड़ियों को दिया जाता. अचानक यह फैसला लेने से बदलाव नहीं आएगा. इस तरह के फैसले से विद्वेष फैलेगा. उन्होंने कहा कि बहुत से हिंदू यह कह रहे होंगे कि यह शंकराचार्य अब क्या कह रहे हैं, लेकिन जो सच है वही बता रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि यदि किसी मुसलमान की दुकान है और हिंदू वहां पर नौकरी कर रहा है तो इस आदेश के बाद तो वह कमाई ही नहीं कर पाएंगे और उनको रोजगार भी नहीं मिलेगा. ऐसे में हिंदुओं को नौकरी से निकाल दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस तरह के फैसले से हिंदू मुसलमान के बीच भेदभाव आ जाएगा. लोगों के अंदर कड़वाहट पैदा होगी.
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शंकराचार्य ने कहा कि इस फैसले को लाने से पहले अवेयरनेस पैदा करना जरूरी है. यह बताना जरूरी है कि यह फैसला लेने के पीछे कोई भेदभाव की भावना नहीं है. अवेयरनेस फैलाने के बाद ये फैसला लिया गया रहता तो ज्यादा कारगर रहता.
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शंकराचार्य ने कहा कि अचानक कोई भी फैसला लेने से परिस्थितियों बिगड़ जाती है. ठीक उसी तरह जिस तरह से ही नोटबंदी कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि सरकार को हर 1 किलोमीटर पर कांवड़ियों के लिए लंगर की व्यवस्था लगानी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा की यह राजनीतिक मुद्दा न होकर भी राजनीतिक मुद्दा बन जाएगा. दोनों ही तरफ के लोग रोटी तोड़ने का काम कर रहे हैं.
Published at : 22 Jul 2024 02:03 PM (IST)
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