UP Election: Shivpal Yadav की फोटो पर बोले सीएम योगी- मुझे बहुत हंसी आई, बेचारे वो प्रदेश के नेता...
UP Assembly Election: योगी आदित्यनाथ ने शिवपाल यादव की फोटो पर तंज कसा है. सीएम योगी ने कहा कि बेचारे शिवपाल यादव जो प्रदेश के नेता थे उनको बैठने की कुर्सी भी नहीं मिली.
CM Yogi Adityanath on Shivpal Yadav Photo: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) की फोटो पर तंज कसा है. करहल (Karhal) में शुक्रवार को चुनावी रैली (Election Rally) को संबोधित करते हुए सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि बेचारे शिवपाल यादव जो प्रदेश के नेता थे उनको बैठने के लिए कुर्सी भी नहीं मिली.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'आज के अखबारों में एक फोटो देखकर मुझे बहुत हंसी आई. शिवपाल यादव जो प्रदेश के नेता थे, उन्हें बैठने के लिए कुर्सी भी नहीं मिली. वो मुंह लटकाकर बैठे थे. उनकी दुर्गति को देखते हुए मुझे उनपर तरस आ रहा था.' बता दें कि गुरुवार को इटावा में मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और शिवपाल यादव एकसाथ नजर आए थे. तीनों की साथ में एक फोटो भी सामने आई थी, जिसमें एक ओर मुलायम सिंह यादव बैठे थे और एक ओर अखिलेश यादव. शिवपाल मुलायम के दाएं तरफ थे. उन्हें बैठने के लिए कुर्सी नहीं मिली थी.
#WATCH | I saw a photo in today's newspapers, which made me laught & feel sorry (for Shivpal Singh Yadav). Poor Shivpal, who was a leader of the state, was not given a chair to sit. He was sulking. I felt bad on his misfortune: UP CM Yogi Adityanath in Karhal, Mainpuri pic.twitter.com/56is0SKspF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 18, 2022
ये तीनों नेता 5 साल बाद एकसाथ नजर आए. अखिलेश यादव के साथ झगड़ा होने के बाद शिवपाल यादव ने 2017 में अपनी एक अलग पार्टी बना दी थी. उनके दल का नाम प्रगतिशील समाजवादी पार्टी है.
'सपा की करहल में हार हो रही'
योगी आदित्यनाथ ने रैली में आगे कहा कि सैफई खानदान नहीं चाहता था कि किसी का विकास हो. एसपी सिंह बघेल ने करहल का विकास करने आए हैं. प्रदेश की जनता का आशीर्वाद बीजेपी को मिल रहा है. समाजवादी पार्टी के लोग बौखला गए हैं. समाजवादी पार्टी की करहल में करारी हार हो रही है.
उन्होंने आगे कहा कि कल अखिलेश अपने पूज्य पिताजी को अपने चुनाव क्षेत्र में लेकर गए. ये अपने आप में संदेश देता है कि अखिलेश अब उत्तर प्रदेश का नहीं, अपनी विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. नेताजी को ले जाने का मतलब है कि सपा की जमीन हिली हुई है.
सीएम योगी ने कहा कि मैं कल देख रहा था कि अखिलेश यादव नामांकन के लिए करहल आए थे तब उन्होंने कहा अब दोबारा सर्टिफिकेट लेने के लिए आऊंगा, लेकिन एसपी सिंह बघेल ने उनको 5वें दिन ही यहां आने पर मजबूर कर दिया. उनकी स्थिति आसमान से टपके और खजूर पर अटके वाली हो गई है.
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