सुशांत केस: BMC के दावे पर उठे सवाल, बिहार के IPS को मुंबई में क्वॉरन्टीन करना महाराष्ट्र सरकार के SOP के खिलाफ
रविवार शाम जब बिहार के आईपीएस अधिकारी से एयरपोर्ट के बाहर पत्रकारों ने बात की तो वो अपनी जांच पड़ताल की बात कर रहे थे. उनके हाथ में कोई मोहर भी नहीं थी, ना क्वॉरन्टीन की कोई बात थी.

मुंबई: रविवार देर रात बिहार से मुंबई आए आईपीएस अधिकारी को मुंबई में क्वॉरन्टीन कर दिया गया, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया है. बीएमसी सफाई दे रही है कि सरकारी SOP नियमों के तहत उन्हें क्वॉरन्टीन किया गया है. एबीपी न्यूज़ ने SOP के पन्ने खंगाले तो हैरान करने वाली बात सामने आई. SOP में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि अपनी ड्यूटी पर आए किसी अधिकारी को होम क्वॉरन्टीन से रियायत मिल सकती है, तब ऐसे में जब पटना एसपी ने फोन करके बांद्रा डीसीपी को सूचना दी थी की विनय तिवारी मुम्बई आ रहे हैं, तो ऐसा क्या हुआ कि देर रात बीएमसी ने पटना के पुलिस अधिकारी को क्वॉरन्टीन कर दिया.
रविवार शाम जब बिहार के आईपीएस अधिकारी से एयरपोर्ट के बाहर पत्रकारों ने बात की तो वो अपनी जांच पड़ताल की बात कर रहे थे. उनके हाथ में कोई मोहर भी नहीं थी, ना क्वॉरन्टीन की कोई बात थी. पर अचानक देर रात बीएमसी ने आईपीएस विनय तिवारी के हाथ में मुहर भी लगा दी और क्वॉरन्टीन में भेज दिया.
बीएमसी ने इस मामले में हवाला दिया कि जो नियम हैं उन नियमों के तहत कार्रवाई की गई है. महाराष्ट्र सरकार की SOP का हवाला दिया गया. लेकिन एसओपी के पेज नंबर 5 में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि किसी अधिकारी और जरूरी सेवा से जुड़े व्यक्ति को इसमें छूट मिल सकती है. इस मामले में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि एसपी पटना ने डीसीपी बांद्रा को पत्र लिखकर इस बारे में सूचना भी दी थी. फोन करके भी बताया था कि जांच के लिए एक आईपीएस अधिकारी मुम्बई जा रहे हैं, जिसके बाद बीएमसी के इस दावे पर सवाल उठ रहे हैं कि अधिकारी को SOP के तहत क्वॉरन्टीन किया गया है. जब नियम है कि ड्यूटी कर रहे किसी अधिकारी को रियायत मिल सकती है, तो यकायक आधी रात में बीएमसी क्यों जगी और अधिकारी को आइसोलेट कर दिया.
यह बात यहीं नहीं थमीं. देर शाम चर्चा हुई कि बीएमसी पहले से मुंबई में पड़ताल कर रहे चार पुलिसकर्मियों को भी क्वॉरन्टीन करने के लिए खोज रही है. इस बारे में एबीपी न्यूज़ ने जब बीएमसी से पुष्टि करने के लिए संपर्क किया तो कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. एबीपी न्यूज़ ने जब बिहार के पुलिस अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि उनसे अब तक संपर्क नहीं किया गया है. बिहार के पुलिसकर्मियों ने विरोध भी जताया कि 5 दिन से वह अपना काम कर रहे हैं, तब तक नहीं याद आया. अब छठे दिन आइसोलेट करने की बात कर रहे हैं यह कौन सा नियम कानून है.
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