Revanth Reddy Remarks: रेवंत रेड्डी के हिंदू देवताओं पर ऐसा क्या कहा? आग बबूला हो गई BJP, बोली- 'एकजुट होने का समय'
Revanth Reddy: BJP प्रदेश अध्यक्ष जी. रामचंद्र राव ने कहा कि कांग्रेस हिंदुओं का मजाक उड़ाती है, अपमान करती रहती है और चुनाव हारने पर EVM को दोष देती है. रेड्डी का बयान उसी मानसिकता को दर्शाता है.

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के हिंदू देवी-देवताओं पर कथित तंज भरे बयान ने राज्य की राजनीति में हंगामा मचा दिया है. कांग्रेस कार्यकारी समिति की बैठक में दिए गए उनके हल्के-फुल्के, लेकिन विवादास्पद टिप्पणियों ने विपक्षी दलों, खासकर भाजपा को आगबबूला कर दिया है. भाजपा ने इसे 'हिंदू-विरोधी' करार देते हुए पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है, जिसमें रेड्डी की प्रतिकृतियों का दहन शामिल है. राज्य भाजपा प्रमुख जी. रामचंद्र राव ने माफी की कठोर मांग की है, जबकि बीआरएस ने भी इसे करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं का अपमान बताया.
हिंदू देवताओं को लेकर क्या बोले थे सीएम रेवंत रेड्डी?
रेवंत रेड्डी ने मंगलवार (2 दिसंबर, 2025) को गांधी भवन में आयोजित तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमिटी (TPCC) की बैठक में पार्टी की विविधता को हिंदू धर्म की बहुलता से जोड़ते हुए कहा, "हिंदू धर्म में कितने देवता हैं? तीन करोड़? क्यों? अविवाहितों के लिए हनुमान, दो बार शादी करने वालों के लिए एक और देवता, शराब पीने वालों के लिए एक और. येल्लम्मा, पोचम्मा, मैसम्मा... चिकन की मांग करने वालों के लिए देवता, दाल-चावल खाने वालों के लिए भी."

उन्होंने इसे हास्यपूर्ण ढंग से कहा, लेकिन विपक्ष ने इसे देवताओं का अपमान माना. रेड्डी ने आगे कहा, "एक व्यक्ति वेंकटेश्वर की पूजा करता है, दूसरा हनुमान की. कुछ अयप्पा व्रत रखते हैं तो कुछ शिव व्रत. देवताओं पर एकमत न होने पर राजनीतिक नेताओं में सहमति कैसे बनेगी, लेकिन अच्छा मतभेद तो होना चाहिए." उनका इरादा पार्टी नेताओं को व्यक्तिगत मतभेद भुलाकर एकजुट होने का संदेश देना था, लेकिन वीडियो वायरल होते ही विवाद छिड़ गया.
कांग्रेस का इतिहास हिंदू धर्म का अपमान करने का रहा है- रामचंद्र राव
भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी. राज्य अध्यक्ष जी. रामचंद्र राव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, "कांग्रेस हिंदुओं का मजाक उड़ाती है, अपमान करती रहती है और चुनाव हारने पर ईवीएम को दोष देती है. रेवंत रेड्डी का बयान उसी मानसिकता को दर्शाता है. कांग्रेस का इतिहास हिंदू धर्म का अपमान करने का रहा है, हिंदू आतंक का मिथक गढ़ने से लेकर देवताओं का मजाक उड़ाने तक का रहा है."
उन्होंने बुधवार (3 दिसंबर, 2025) को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शनों का ऐलान किया, जिसमें रेड्डी की मूर्तियों का दहन होगा. राव ने कहा, "रेवंत मुस्लिम लीग-माओवादी कांग्रेस (MMC) की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. वे कभी अन्य समुदायों की परंपराओं पर सवाल नहीं उठाते, लेकिन हिंदुओं का मजाक उड़ाने में सबसे आगे रहते हैं." उन्होंने AIMIM से गठजोड़ का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि यह बयान मुस्लिम वोट बैंक साधने के लिए है.
रेवंत का बयान उनकी सोच को करता है उजागर- बंडी संजय कुमार
केंद्रीय मंत्री बंडी संजय कुमार ने भी सोशल मीडिया पर हमला बोलते हुए कहा, "मैं रेवंत रेड्डी के हिंदुओं और देवताओं को अपमानित करने वाले बयानों की कड़ी निंदा करता हूं. कांग्रेस की हिंदुओं के प्रति गहरा घृणा है. रेवंत ने खुद कहा था कि कांग्रेस मुस्लिम पार्टी है, यह उनकी सोच उजागर करता है. जयपुर हाउस बाय-इलेक्शन में हमने चेतावनी दी थी कि कांग्रेस या बीआरएस सत्ता में आई तो हिंदू सम्मान से सड़क पर नहीं चल पाएंगे. यह बयान साबित करता है कि हम सही थे." इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने हिंदू समाज से एकजुट होने की अपील की. उन्होंने कहा, "क्या आप बंटे रहकर अपमान सहेंगे या एक होकर ताकत दिखाएंगे? भाजपा कभी अन्य धर्मों का अपमान नहीं करती."
तेलंगाना में हिंदुओं के एकजुट का आ गया समय- जी. किशन रेड्डी
केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बयान जारी कर कहा, "जुबली हिल्स बाय-पास में रेवंत ने कहा था, ‘कांग्रेस का मतलब मुस्लिम, मुस्लिम का मतलब कांग्रेस'. उन्होंने कहा, “AIMIM से दोस्ती के चलते वे हिंदू देवी-देवताओं पर अहंकारी टिप्पणियां कर रहे हैं. तेलंगाना में हिंदुओं को एकजुट होने का समय आ गया है. रेवंत और कांग्रेस को वोट की ताकत से सबक सिखाना होगा."
भाजपा और बीआरएस नेता ने की सीएम की निंदा
भाजपा नेता चिक्कोटी प्रवीण ने कहा, "राज्य भर के हिंदू शर्मिंदा हैं. कांग्रेस और रेवंत को शर्म नहीं है. हर बैठक में वे कहते हैं कि कांग्रेस मुस्लिमों के कारण है. मुख्यमंत्री को बयान वापस लेना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए." जबिक BRS नेता राकेश रेड्डी अनुगुला ने एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, "हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाना फैशन बन गया है. रेवंत का बयान करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है. क्या वे अपने आकाओं को प्रभावित करने के लिए ऐसा बोल रहे हैं? उन्हें तुरंत हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए. यह पहला मौका नहीं है जब रेड्डी के धार्मिक बयान विवादों में फंसे हैं. पिछले साल आर्मूर में उन्होंने कहा था कि बीजेपी नेता सड़कों पर भगवान की फोटो रखकर वोट मांगते हैं. तब भी भाजपा ने कड़ी निंदा की थी.
विवाद पर कांग्रेस ने दिया स्पष्टीकरण
विपक्ष के हमलों के बीच कांग्रेस ने सफाई दी कि रेड्डी का बयान संदर्भ से हटकर पेश किया जा रहा है. पार्टी प्रवक्ता ने कहा, "यह हास्यपूर्ण उदाहरण था, जो विविधता को दर्शाता है. इसमें कोई अपमान का इरादा नहीं था, लेकिन प्रदर्शन की धमकी से सियासी तापमान चढ़ गया है.” विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद आगामी पंचायत चुनावों में हिंदू वोटों को प्रभावित कर सकता है. राज्य में हिंदू एकता की अपील के बीच सवाल उठ रहा है क्या रेड्डी माफी मांगेंगे या विवाद को सियासी हथियार बनाए रखेंगे?
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