नेपाल में Gen-Z के चहेते रबी लमिछाने कई विवादों में भी फंस चुके, जानें हर एक डिटेल
रबी लामिछाने की जेल से रिहाई ने उन्हें फिर से सुर्खियों में ला दिया. Gen Z के उग्र प्रदर्शनों ने सरकार को उनकी रिहाई के लिए मजबूर किया. चलिए जानते हैं किन-किन विवादों में फंस चुके हैं रबी लामिछाने?

नेपाल में Gen Z द्वारा शुरु किया गया आंदोलन अब हिंसक रूप ले चुका है. नेपाल की सड़कों पर लाखों की संख्या में उतरे Gen Z के आक्रोश ने पूरे नेपाल की लोकतांत्रिक व्यवस्था को घुटनों पर ला दिया. नेपाल में हुई हिंसक झड़पों में कम से कम 22 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों के घायल होने की खबर है. इस आंदोलन के बीच रबी लामिछाने का नाम सुर्खियों में आ गया है. जेल से रिहा होकर बाहर आए रबी लामिछाने नेपाल की राजनीति में जाना माना नाम हैं. रबी लामिछाने का विवादों से भी गहरा नाता रहा है चलिए जानते हैं किन-किन विवादों में फंस चुके हैं रबी लामिछाने.
कौन हैं रबी लामिछाने
एक टीवी पत्रकार से नेपाल के उप-प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक का सफर तय करने वाले रबी लामिछाने की जिंदगी उतार-चढ़ाव से भरी रही है. साल 2022 में रबी लामिछाने ने राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी बनाई थी. युवाओं को अपने साथ जोड़ा और देखते ही देखते लाखों युवा इनसे जुड़ते चले गए. अब रबी लामिछाने की जेल से रिहाई ने उन्हें फिर से सुर्खियों में ला दिया. Gen-Z के उग्र प्रदर्शनों ने सरकार को उनकी रिहाई के लिए मजबूर किया. इस दौरान नेपाल की सियासत में उथल-पुथल मची और रबी को अब प्रधानमंत्री पद की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है. उनकी लोकप्रियता और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी बेबाक आवाज ने उन्हें युवाओं का चहेता बनाया, लेकिन पासपोर्ट, नागरिकता और सहकारी घोटाले जैसे विवादों ने उनके करियर पर कई सवाल भी उठाए. चलिए जानते हैं कि रबी लामिछाने किन-किन विवादों में फंस चुके हैं?.
पासपोर्ट और दोहरी नागरिकता का विवाद
रबी लामिछाने का सबसे बड़ा विवाद उनकी नागरिकता और पासपोर्ट से जुड़ा रहा. 2023 में नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें डिप्टी पीएम और गृहमंत्री के पद से हटा दिया, जब एक याचिका में उन पर दोहरी नागरिकता रखने का आरोप लगा. दरअसल उनपर आरोप थे कि उनके पास नेपाल के अलावा अमेरिका की भी नागरिकता है. इस वजह से कोर्ट ने उनके सभी कार्यों को अवैध घोषित किया. इस फैसले ने उनकी सियासी पारी को झटका दिया,
सहकारी फंड की हेराफेरी का इल्जाम
2024 में रबी लामिछाने एक और बड़े विवाद में फंसे, जब उन पर सहकारी घोटाले का आरोप लगा. उन पर सहकारी फंड की हेराफेरी का इल्जाम था. अक्टूबर 2024 में उन्हें उनके पार्टी दफ्तर से गिरफ्तार किया गया और वो जेल चले गए. गिरफ्तारी के बाद भी वे समर्थकों के बीच खासा लोकप्रिय बने रहे. अब उनकी रिहाई के बाद ललितपुर की नक्खू जेल से करीब 1500 कैदियों के फरार हो गए.
पत्रकारिता से जुड़े विवाद
रबी लामिछाने की पत्रकारिता का सफर भी विवादों से अछूता नहीं रहा. 2019 में पत्रकार शालिकराम पुडासैनी की आत्महत्या के मामले में रबी का नाम सामने आया. इस मामले में रबी को गिरफ्तार किया गया, लेकिन बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया.
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Source: IOCL























