सी/फा और W/L... रेल की पटरी के किनारे लगे इस बोर्ड का मतलब नहीं जानते ज्यादातर लोग
रेल के सफर करने के दौरान हमें कई तरह के चिन्ह बने दिखाई देते हैं. जिनमें से बहुत सारे सिंबल्स का मतलब हम नहीं जानते हैं. ऐसे ही कुछ सिंबल्स का मतलब हमने इस खबर में बताया है.

Indian Railway: भारतीय रेल नेटवर्क करीब 68 हजार किलोमीटर लंबा है. रोजाना बड़ी संख्या में लोग इससे सफर करते हैं. आपने भी शायद कभी न कभी भारतीय रेल से सफर किया होगा. सफर के दौरान और रेलवे स्टेशन पर आपने कई रेलवे सिंबल्स भी देखे होंगे. शायद ही कोई इस पर ध्यान देता होगा कि आखिर उनका मतलब क्या होता है? अगर कोई ध्यान देता भी है तो ज्यादातर को उनका मतलब पता नहीं होता है. सुरक्षित यात्रा के लिहाज से ये सिंबल्स काफी अहम होते हैं. हर एक सिंबल का अपना अलग मतलब और महत्व होता है. आज हम आपको ऐसे ही 5 सिंबल्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
X का निशान
ट्रेनों के सबसे आखिरी डिब्बे पर बने होने के सहित इस निशान का इस्तेमाल खतरे को इंडिकेट करने के लिए भी किया जाता है. जैसा कि आपने कुछ स्टेशन पर देखा भी होगा कि कुछ पटरियां बंद होती हैं तो उसपर बैरियर्स लगा कर यह निशान बना दिया जाता है या फिर लाल कपड़ा भी लगा दिया जाता है. ट्रेन के आखिरी डिब्बे पर इसका मतलब होता है कि ट्रेन अब जा चुकी है और पूरी ट्रेन सही सलामत है.
स्पीड इंडिकेटर्स
रेल की पटरी के किनारे कई जगहों पर ये स्पीड इंडिकेटर्स लगे होते हैं. आमतौर पर ये पीले रंग के ट्रायंगुलर बोर्ड होते हैं. जिनपर वो अधिकतम स्पीड लिखी होती है, जो उस जगह पर सुरक्षित यात्रा के लिए होती है.
W/L का मतलब
W/L वाला बोर्ड तो बहुत ही कॉमन है और शायद ही कोई ऐसा यात्री होगा, जिसकी नजर इसपर न पड़ी होगी. W/L का बोर्ड ट्रेन के ड्राइवर के लिए होता है, जिसका मतलब है कि इस इलाके में पहुंचने पर ट्रेन के ड्राइवर को हॉर्न जरूर बजाना है.
सी/फा क्या है
यह भी कुछ और नहीं, बल्कि W/L का ही हिंदी रूप है. इसका मतलब होता है सीटी बजाओ / फाटक.
T/P और T/G
रेलवे ट्रैक्स के किनारे यैलो कलर के बोर्ड पर T/P या T/G भी लिखा होता है. T/P का मतलब पैसेंजर ट्रेनों के लिए रफ्तार को कम करना है. वहीं, T/G मालगाड़ी की स्पीड को लेकर लिखा जाता है.
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