दुनिया के इस देश के साथ ट्रेड करना है सबसे ज्यादा मुश्किल, इतना लगता है टैरिफ
दुनिया के सभी देश अपने जरूरी संसाधनों के लिए एक दूसरे देशों पर निर्भर रहते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस देश के साथ ट्रेड यानी व्यापार करना सबसे मुश्किल होता है. जानिए इसके पीछे की वजह.

आज के वक्त दुनिया के अधिकांश देश एक दूसरे देशों के साथ ट्रेड यानी व्यापार कर रहे हैं. क्योंकि धरती पर ऐसा कोई देश नहीं है, जिसके पास सभी तरह के संसाधन मौजूद है. यही कारण है कि अलग-अलग सामानों के लिए हर देश दूसरे देश के साथ व्यापार करते हैं. आज हम आपको ये बताएंगे कि किस देश के साथ व्यापार करना सबसे मुश्किल काम है.
ट्रेड सबसे जरूरी
आज के वक्त दुनियाभर में एक दूसरे देशों के साथ ट्रेड यानी व्यापार करना सबसे जरूरी है. क्योंकि बिना व्यापार के कोई भी देश अपनी पब्लिक के लिए जरूरत के सामानों पूर्ति नहीं कर सकता है. हां, व्यापार के लिए सभी देश एक दूसरे पर निर्भर हैं. यह इसलिए है क्योंकि किसी भी देश के पास अपनी ज़रूरत के सभी संसाधन नहीं होते हैं. इसलिए देशों को उन वस्तुओं और सेवाओं के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहना पड़ता है, जिनकी उन्हें कमी है. बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में आयात और निर्यात दोनों शामिल हैं. आसान भाषा में कहे तो आयात का मतलब है दूसरे देश से अपने देश में उत्पाद लाना और निर्यात का मतलब है अपने देश से दूसरे देश में सामान भेजना है.
भारत किन देशों के साथ करता है व्यापार
अब आप सोच रहे होंगे कि भारत की किन प्रमुख देशों के साथ व्यापार करता है. भारत दुनिया के कई देशों के साथ व्यापार करता है. भारत के प्रमुख व्यापारिक साझेदारों में चीन, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, रूस, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, सिंगापुर, इंडोनेशिया, और इराक शामिल हैं. भारत दुनिया के 190 देशों को करीब 7,500 तरह की चीज़ें निर्यात करता है. वहीं भारत 140 देशों से करीब 6,000 तरह की चीज़ें आयात करता है.
किस देश के साथ ट्रेड करना सबसे मुश्किल?
अब सवाल ये है कि किस देश के साथ व्यापार करना सबसे मुश्किल होता है. जानकारी के मुताबिक अभी दुनियाभर में किसी भी देश के साथ व्यापार करना बहुत मुश्किल नहीं है. लेकिन हां, जो देश मानवीय संकट, युद्ध से जूझ रहे होते हैं, उन देशों के साथ व्यापार करना मुश्किल काम होता है. जैसे यमन, सूडान, अफगानिस्तान जैसे देशों के साथ कई बार कुछ देशों को व्यापार करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. क्योंकि इन देशों में सामान भेजने पर कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. जिसमें लूट, व्यापार के लिए मार्ग, सुरक्षा और संबंध बहुत मायने रखते हैं.
क्या होता है टैरिफ
बता दं कि टैरिफ यानी कर लगाना कोई नई व्यवस्था नहीं है, यह सैकड़ों साल पुरानी व्यवस्था है. पहले के समय पुरानी व्यवस्था में जब व्यापारी अन्य देशों में व्यापार करने के लिए अपना माल लेकर जाते थे, तो दूसरे देशों के बंदरगाहों पर उनसे कर यानी टैरिफ वसूला जाता था. बता दें कि आज के वक्त कई देश अधिक टैरिफ वसूलते हैं, भारत भी इनमें से एक है. भारत विदेशी उत्पादों पर सबसे अधिक टैरिफ लगाता है. इसके अलावा चीन और ब्राजील भी अधिक टैरिफ वसूलते हैं.
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