'स्ट्राइक से पहले पाकिस्तान को हमले की सूचना दी थी’, नेहा सिंह राठौड़ ने उठाए सवाल
Neha Singh Rathore New Post: नेहा सिंह राठौड़ ने भारत-पाकिस्तान के तनाव में भारतीय सेना के विमानों के तबाह होने की खबर पर रिएक्ट किया है. उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर सवाल उठा दिए हैं.

Neha Singh Rathore New Post: भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौड़ अक्सर सरकार के खिलाफ बयानबाजी करती नजर आती हैं. सिंगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर काफी एक्टिव रहती हैं और देश से जुड़े मुद्दों पर पोस्ट करती रहती हैं. हाल ही में नेहा सिंह राठौड़ ने भारत-पाकिस्तान के तनाव में भारतीय सेना के विमानों के तबाह होने की खबर पर रिएक्ट किया है.
नेहा सिंह राठौड़ ने अपने एक्स अकाउंट पर दो न्यूज वेबसाइट के आर्टिकल शेयर किए हैं. इनमें से एक में लिखा है कि- 'सीडीएस ने पाकिस्तान के साथ संघर्य में भारतीय लड़ाकू विमान के नुकसान की पुष्टि की.' दूसरे में विदेश मंत्री एस जयशंकर का कोट लिखा है- 'स्ट्राइक करने से पहले हमने पाकिस्तान को मैसेज भेज दिया था कि हम आतंकी ठिकानों पर हमला करने वाले हैं. हम सैन्य ठिकानों पर हमला नहीं करेंगे.'
भारतीय सेना मान रही है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष में भारतीय वायुसेना के कुछ विमान नष्ट हुए.
— Neha Singh Rathore (@nehafolksinger) June 1, 2025
विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि उन्होंने स्ट्राइक करने से पहले पाकिस्तान को हमले की सूचना दी थी.
एस जयशंकर सेना और देश को हुए इस नुकसान के जिम्मेदार क्यों नहीं हैं?
बोलिए!… pic.twitter.com/foN0LqygYB
'सेना और देश को हुए इस नुकसान के जिम्मेदार...'
नेहा सिंह राठौड़ ने इन दोनों आर्टिकल्स को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है- 'भारतीय सेना मान रही है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष में भारतीय वायुसेना के कुछ विमान नष्ट हुए. विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि उन्होंने स्ट्राइक करने से पहले पाकिस्तान को हमले की सूचना दी थी. एस जयशंकर सेना और देश को हुए इस नुकसान के जिम्मेदार क्यों नहीं हैं? बोलिए.'
सोशल मीडिया यूजर्स ने किया रिएक्ट
अब नेहा सिंह राठौड़ की इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी अपने रिएक्शन दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा- 'दुश्मन सिर्फ सीमाओं के पार ही नहीं होते, बल्कि देश के भीतर भी ऐसे लोग मौजूद होते हैं जो समय-समय पर हमारी सेना से सबूत मांगते रहते हैं. सुरक्षा और राष्ट्रभक्ति पर सवाल उठाना लोकतंत्र का हिस्सा हो सकता है लेकिन जब यह बार-बार किया जाए,तो यह हमारे सैनिकों के बलिदान और समर्पण पर चोट है.'


यूजर ने आगे लिखा- 'युद्ध में नुकसान तो सबको होता है, लेकिन जब दुश्मन देश हमसे डरकर युद्धविराम के लिए फोन करता है, तो हमारे ही देश के लोग सबूत मांगने लगते हैं. ऐसे हालात में राष्ट्र की एकजुटता सबसे महत्वपूर्ण होती है.'
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Source: IOCL






















