क्या है 60 किमी में टोल वाला विवाद? जिसका नितिन गडकरी ने किया जिक्र
Fastag Annual Pass: फास्टैग एनुअल पास के लागू होने से 60 किलोमीटर के टोल को लेकर जो विवाद होता है. वह भी पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. चलिए आपको बताते हैं आखिर क्या है यह विवाद.

Fastag Annual Pass: निजी वाहन चालकों के लिए आज देश के केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने देशभर में एनुअल फास्टैग पास लागू करने की बात कही है. 15 अगस्त 2025 से सभी लोग फास्टैग एनुअल पास की सुविधा का लाभ उठा पाएंगे. यानी फिलहाल लोगों को फास्टैग का बैलेंस खत्म होने पर उसे दोबारा रिचार्ज करना पड़ता है. फास्टैग एनुअल पास आने के बाद लोगों को दोबारा रिचार्ज नहीं करना पड़ेगा .
सिर्फ साल में एक बार ही रिचार्ज करना होगा. इस फास्टैग एनुअल पास के बारे में जानकारी देने हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि इस पास के जरिए 60 किलोमीटर के टोल को लेकर जो विवाद होता है. वह भी पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. चलिए आपको बताते हैं आखिर क्या है 60 किलोमीटर के टोल को लेकर होने वाला यह विवाद.
क्या है 60 किमी वाला टोल विवाद?
दरअसल केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने साल 2022 में कहा था कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर दो टोल प्लाजा के बीच में 60 किलोमीटर की दूरी होनी चाहिए. यानी अगर आप एक टूर प्लाजा से होकर गुजरे हैं. और 60 किलोमीटर से पहले ही आपको दूसरा टोल प्लाजा मिल जाता है. तो यह अवैध है. सरकार ने ऐसा इसलिए किया था बार-बार टोल ना चुकाना पड़े.
यह भी पढ़ें: तलाक के बाद पति की संपत्ति पर कितना रहता है पत्नी का अधिकार? नहीं जानते होंगे आप
लेकिन बहुत से लोगों ने केंद्रीय मंत्री के इस बयान को अलग तरीके से पेश किया. कई लोगों ने कहा कि घर से 60 किलोमीटर की दूरी पर टोल फ्री रहेगा. जबकि सरकार ने यह नियम दो टोल प्लाजो के बीच की दूरी के लिए तय किया था. लेकिन जिनके घर टोल प्लाजा के पास हैं. उनके लिए अलग से मंथली पास बनाने की सुविधा शुरू की गई थी. ताकि उन्हें बार-बार टोल ना देना पड़े.
यह भी पढ़ें: FASTag Annual Pass: सैटेलाइट टोल सिस्टम के साथ कैसे काम करेगा आपका सालाना पास? जान लीजिए हर सवाल का जवाब
एनुअल पास से काम होगा आसान
बहुत से लोगों को यह शिकायत रह करती थी कि उनका घर टोल प्लाजा से 60 किलोमीटर के दायरे में है और उन्हें बार-बार टोल चुकाना होता है. क्योंकि सरकार ने पहले ही दो टोल प्लाजा के बीच की दूरी को 60 किलोमीटर तय किया है. तो ऐसे में एनुअल फास्टैग पास के जरिए ट्रैवल करने से बार-बार टोल नहीं चुकाना होगा.क्यों कि 60 किलोमीटर से कम दूरी के टोल प्लाजा इसमें नहीं जुड़ेंगे. ऐसे में वाहन चालक को घर से निकलते ही मिलने वाले टोल प्लाजा के लिए अलग से मंथली पास की जरूरत नहीं होगी. इस एनुअल पास के जरिए उनका काम आसान हो जाएगा.
यह भी पढ़ें: फास्टैग में बार-बार रीचार्ज की झंझट खत्म, जानें कैसे मिलेगा सालाना पास और किन हाईवे पर होगा लागू
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























