E20 पेट्रोल से खराब हुआ कार का इंजन तो क्या नहीं मिलेगा क्लेम, जान लें इसका नियम
E20 Petrol: देश में E20 पेट्रोल को लेकर लोगों के मन में कई सवाल आ रहा है अगर E20 पेट्रोल के इस्तेमाल से किसी गाड़ी का इंजन खराब होता है. तो क्या उसे केले मिलेगा या नहीं. जान लीजिए क्या है इसके नियम.

E20 Petrol: भारत में अब कई शहरों में E20 पेट्रोल मिलने लगा है. लेकिन देश में अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे वाहन हैं जो खासतौर पर E10 पेट्रोल के लिए ही डिजाइन किए गए थे. इसके बावजूद इन गाड़ियों में भी लोग E20 पेट्रोल का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे हालात में कार मालिकों के मन में चिंता है कि कहीं इंजन पर इसका असर न पड़े.
सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि अगर E20 पेट्रोल की वजह से इंजन खराब हो जाए. तो क्या उन्हें बीमा या वारंटी का क्लेम मिलेगा या फिर यह सुविधा नहीं दी जाएगी. अगर आपके मन में भी है सवाल है तो जान लीजिए इसका जवाब.
E20 पेट्रोल से खराब हुआ इंजन तो नहीं मिलेगा क्लेम?
अगर आपके मन में भी यह सवाल आ रहा है कि E20 पेट्रोल से खराब हुए इंजन पर क्लेम मिलेगा या नहीं. तो आपको बता दें इसे लेकर महिंद्रा ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि E20 पेट्रोल से जुड़ी किसी भी समस्या की स्थिति में कंपनी अपने सभी वारंटी कमिटमेंट्स को ऑनर करेगी. यानी सिर्फ E20 इस्तेमाल करने की वजह से आपका क्लेम खारिज नहीं किया जाएगा. कंपनी का कहना है कि उसके सभी पेट्रोल इंजन मौजूदा मानकों के कंपैटिबल हैं. और E20 पर बिना प्राॅब्लम के चल सकते हैं.
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1 अप्रैल 2025 के बाद बने मॉडल खास तौर पर E20 के लिए कैलिब्रेटेड हैं. जबकि पुराने वाहनों में सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ता. बस एक्सेलेरेशन या माइलेज थोड़ा कम हो सकता है. इसके बावजूद सभी वारंटी और क्लेम पूरी तरह मान्य रहेंगे. यानी E20 पेट्रोल से इंजन खराब हुआ तो क्लेम मिलेगा.
क्या है E20 पेट्रोल?
बहुत से लोग सिर्फ गाड़ियों में पेट्रोल भरवाते हैं. उन्हें पेट्रोल को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं होती. अब जब E20 पेट्रोल का नाम इतनी चर्चा में है. तो आपको बता दें कि यह दरअसल पेट्रोल और एथेनॉल का मिश्रण है. इसमें 80% पेट्रोल और 20% एथेनॉल होता है. एथेनॉल एक बायो-फ्यूल है जो गन्ना, मक्का या चावल जैसी फसलों से तैयार किया जाता है.
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भारत सरकार ने इसे पेट्रोल में मिलाना शुरू किया ताकि आयातित कच्चे तेल पर निर्भरता कम की जा सके, प्रदूषण घटे और किसानों को फायदा हो. नार्मल पेट्रोल की तुलना में E20 से गाड़ियों का माइलेज थोड़ा कम हो सकता है. मगर यह वातावरण के लिए ज्यादा सही माना जाता है.
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