एक्सप्लोरर

क्या होता है Cloud Storage? जानिए कैसे काम करता है और कहां रखी जाती हैं आपकी डिजिटल फाइलें

Cloud Storage: आज के डिजिटल युग में हर व्यक्ति के पास ढेर सारी फोटो, वीडियो, डॉक्यूमेंट्स और ऐप डेटा होता है. लेकिन फोन या लैपटॉप की सीमित स्टोरेज स्पेस के कारण सबकुछ एक ही जगह सेव करना मुमकिन नहीं.

Cloud Storage: आज के डिजिटल युग में हर व्यक्ति के पास ढेर सारी फोटो, वीडियो, डॉक्यूमेंट्स और ऐप डेटा होता है. लेकिन फोन या लैपटॉप की सीमित स्टोरेज स्पेस के कारण सबकुछ एक ही जगह सेव करना मुमकिन नहीं. ऐसे में Cloud Storage एक आधुनिक और सुरक्षित समाधान बनकर सामने आया है. पर क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप कोई फाइल क्लाउड में सेव करते हैं तो वह असल में जाती कहां है और काम कैसे करती है? आइए इसे सरल भाषा में समझते हैं.

क्लाउड स्टोरेज असल में है क्या?

क्लाउड स्टोरेज का मतलब है आपकी डिजिटल फाइलों को इंटरनेट के ज़रिए किसी रिमोट सर्वर पर सेव करना. यानी आपकी फोटो या वीडियो आपके फोन या कंप्यूटर में नहीं, बल्कि किसी कंपनी के डेटा सेंटर में रखी जाती है. यह डेटा सेंटर हजारों शक्तिशाली कंप्यूटरों और सर्वरों से बना होता है जो दिन-रात चालू रहते हैं और आपके डेटा को सुरक्षित रखते हैं.

यह तकनीक काम कैसे करती है?

जब भी आप Google Drive, iCloud, Dropbox या OneDrive जैसी क्लाउड सर्विस का इस्तेमाल करते हैं तो आपकी फाइल इंटरनेट के ज़रिए उस कंपनी के सर्वर तक पहुँचती है. वहां फाइल को छोटे-छोटे डेटा ब्लॉक्स में तोड़कर कई सर्वर्स पर सेव किया जाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि अगर किसी सर्वर में तकनीकी खराबी आ जाए तो आपका डेटा दूसरे सर्वर से आसानी से रिकवर हो सके. इसे Data Redundancy कहा जाता है.

इसके बाद, जब आप उसी फाइल को दोबारा खोलते हैं तो सिस्टम इन सभी डेटा ब्लॉक्स को जोड़कर आपको पूरी फाइल के रूप में दिखा देता है. यह पूरा प्रोसेस कुछ सेकंड्स में हो जाता है और आपको लगता है कि आपकी फाइल बस क्लाउड में सुरक्षित पड़ी है.

डेटा की सुरक्षा कैसे होती है?

क्लाउड कंपनियां अपने सर्वर पर सेव किए गए डेटा को एन्क्रिप्शन (Encryption) तकनीक से सुरक्षित रखती हैं. इसका मतलब है कि आपकी फाइलें एक कोडेड फॉर्म में रहती हैं जिसे कोई अनजान व्यक्ति पढ़ या एक्सेस नहीं कर सकता. सिर्फ वही यूज़र फाइल खोल सकता है जिसके पास लॉगिन क्रेडेंशियल्स और एक्सेस परमिशन हो. इसके अलावा, कंपनियां मल्टी-लेयर सिक्योरिटी, फायरवॉल और रेगुलर बैकअप सिस्टम का इस्तेमाल करती हैं ताकि डेटा हैकिंग या लॉस से सुरक्षित रहे.

कहां होती हैं ये सर्वर लोकेशन?

क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स अपने डेटा सेंटर दुनिया के अलग-अलग देशों में बनाते हैं ताकि सर्विस तेज़ और भरोसेमंद रहे. उदाहरण के लिए, Google के डेटा सेंटर अमेरिका, सिंगापुर, आयरलैंड और भारत जैसे देशों में हैं. इसी तरह, Amazon और Microsoft के भी अपने विशाल सर्वर नेटवर्क हैं जो चौबीसों घंटे डेटा को स्टोर और मैनेज करते हैं.

क्या हैं इसके फायदे

क्लाउड स्टोरेज का सबसे बड़ा फायदा है कि आपको अपने डिवाइस में जगह खाली करने की जरूरत नहीं पड़ती और आप कहीं से भी अपनी फाइलें एक्सेस कर सकते हैं. चाहे फोन खो जाए या लैपटॉप क्रैश हो जाए आपका डेटा इंटरनेट पर सुरक्षित रहता है.

यह भी पढ़ें:

Meta का बड़ा फैसला! 15 दिसंबर से बंद हो जाएगा ये ऐप, Windows और Mac यूजर्स में मचा हड़कंप

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

ISI के निशाने पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, खतरे को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई, Z+ सिक्योरिटी मिली हुई
ISI के निशाने पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, खतरे को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई, Z+ सिक्योरिटी मिली हुई
लालू की संपत्ति को लेकर सम्राट चौधरी के बयान से सियासी बवाल, RJD बोली- 'कानून हाथ में लेने की...'
लालू की संपत्ति को लेकर सम्राट चौधरी के बयान से सियासी बवाल, RJD बोली- 'कानून हाथ में लेने की...'
'BJP के ऐतिहासिक प्रदर्शन को...', तिरुवनंतपुरम में फहराया भगवा तो शशि थरूर का आया पहला रिएक्शन, जानें क्या कहा?
'BJP के ऐतिहासिक प्रदर्शन को...', तिरुवनंतपुरम में फहराया भगवा तो शशि थरूर का आया पहला रिएक्शन, क्या कहा?
विलेन से पहले कॉमिक रोल्स में खूब चमके 'रहमान डकैत', ओटीटी पर अवेलेबल हैं ये कल्ट मूवीज
विलेन से पहले कॉमिक रोल्स में खूब चमके 'रहमान डकैत', ओटीटी पर अवेलेबल हैं ये कल्ट मूवीज
Advertisement

वीडियोज

West Bengal Elections: 'महिलाएं रसोई के औजारों के साथ तैयार रहें', जनता को क्यों भड़का रही ममता?
Trump Tariff: टैरिफ के चक्कर में अपने ही देश में घिरे ट्रंप, शुरू हुई बगावत! |ABPLIVE
UP BJP President Live Updates: यूपी का प्रदेश अध्यक्ष कौन? INSIDE STORY! | ABPLIVE
BJP State President: BJP में खुश की लहर... Pankaj Chaudhary होंगे BJP UP के नए सारथी
Delhi Weather: दिल्ली-NCR पर कोहरे का अटैक!आने वाले दिनों में क्या होगा हाल? |ABPLIVE
Advertisement

फोटो गैलरी

Advertisement
Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
ISI के निशाने पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, खतरे को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई, Z+ सिक्योरिटी मिली हुई
ISI के निशाने पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, खतरे को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई, Z+ सिक्योरिटी मिली हुई
लालू की संपत्ति को लेकर सम्राट चौधरी के बयान से सियासी बवाल, RJD बोली- 'कानून हाथ में लेने की...'
लालू की संपत्ति को लेकर सम्राट चौधरी के बयान से सियासी बवाल, RJD बोली- 'कानून हाथ में लेने की...'
'BJP के ऐतिहासिक प्रदर्शन को...', तिरुवनंतपुरम में फहराया भगवा तो शशि थरूर का आया पहला रिएक्शन, जानें क्या कहा?
'BJP के ऐतिहासिक प्रदर्शन को...', तिरुवनंतपुरम में फहराया भगवा तो शशि थरूर का आया पहला रिएक्शन, क्या कहा?
विलेन से पहले कॉमिक रोल्स में खूब चमके 'रहमान डकैत', ओटीटी पर अवेलेबल हैं ये कल्ट मूवीज
विलेन से पहले कॉमिक रोल्स में खूब चमके 'रहमान डकैत', ओटीटी पर अवेलेबल हैं ये कल्ट मूवीज
IPL 2026 की नीलामी में सबसे कम और सबसे ज्यादा उम्र का खिलाड़ी कौन? जानें कितना है दोनों का बेस प्राइस
IPL 2026 की नीलामी में सबसे कम और सबसे ज्यादा उम्र का खिलाड़ी कौन? जानें कितना है दोनों का बेस प्राइस
बिहार कैबिनेट के नए विभागों का हुआ बंटवारा, CM नीतीश कुमार के पास सिविल विमानन की जिम्मेदारी
बिहार कैबिनेट के नए विभागों का हुआ बंटवारा, CM नीतीश कुमार के पास सिविल विमानन की जिम्मेदारी
Video: 'हमें मामू बना रहे हैं' बर्फ देखने आए पर्यटकों के लिए यूरोप में पहाड़ों पर बिछा दी सफेद चादर- वीडियो वायरल
'हमें मामू बना रहे हैं' बर्फ देखने आए पर्यटकों के लिए यूरोप में पहाड़ों पर बिछा दी सफेद चादर- वीडियो वायरल
फैलोपिएन ट्यूब में कैसे ठहर जाता है भ्रूण, इससे मां की जान को कितना खतरा?
फैलोपिएन ट्यूब में कैसे ठहर जाता है भ्रूण, इससे मां की जान को कितना खतरा?
Embed widget