क्या है फेसबुक का नया 'Clear History' फीचर? ये एप्स और वेबसाइट नहीं कर पाएंगे आपका डेटा शेयर
क्लियर हिस्ट्री फीचर के जरिए यूजर्स इस बात का पता लगा पाएंगे की कौन सी वेबसाइट्स और एप्स फेसबुक के साथ आपका डेटा शेयर कर रहे हैं.

नई दिल्ली: कैंब्रिज एनालिटिका डेटा विवाद के बाद फेसुबक अपने यूजर्स की सिक्योरिटी को लेकर रोजाना कोई न कोई बदलाव कर रहा है. फेसबुक जल्द ही यूजर्स के लिए एक नया सिक्योरिटी फीचर लाने वाला है जिसका नाम 'क्लियर हिस्ट्री' फीचर होगा. इस बात की जानकारी फेसबुक ने इस हफ्ते में हुए अपने डेवलपर कॉन्फ्रेंस के दौरान दी, जिसका आयोजन सैन होज़े कैलिफोर्निया में किया गया था. क्लियर हिस्ट्री फीचर के जरिए यूजर्स इस बात का पता लगा पाएंगे की कौन सी वेबसाइट्स और एप्स फेसबुक के साथ आपका डेटा शेयर कर रहे हैं. इस बात की जानकारी मिलते ही यूजर्स के पास ये अधिकार होगा कि वो सोशल नेटवर्क से जुड़े हुए डेटा को क्लियर कर डिलीट कर सकते हैं.
ब्लॉग के जरिए Facebook ने दी जानकारी
एक ब्लॉग में फेसबुक ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि, 'क्लियर हिस्ट्री फीचर के इस्तेमाल से यूजर्स इस बात का पता लगा पाएंगे की कौन सी वेबसाइट्स और कौन से एप्स के साथ उनकी प्रोफाइल का डेटा शेयर हो रहा है. जिसके बाद यूजर्स के पास ये अधिकार होगा कि वो अपना पूरा हिस्ट्री डिलीट कर सकते हैं जिससे यूजर का कोई डेटा उनके अकाउंट से आगे न बढ़ सके. ' तो ये फीचर कैसे काम करेगा और आपके प्राइवेसी को कैसे सुरक्षित रखेगा? आईए जानते हैं.
'क्लियर हिस्ट्री' फीचर कैसे करेगा काम
एक बात जिसके बारे में यूजर को ध्यान देने की जरूरत है कि कई तरह की ऐसी सर्विस और एप्स हैं जो फेसबुक के साथ आपका डेटा शेयर करती हैं. जैसे की वो वेबसाइट और एप जो फेसबुक के लाइक बटन या फिर फेसबुक एनालिटिक्स का इस्तेमाल करती हैं. जब भी यूजर्स इन एप्स और वेबसाइट्स का इस्तेमाल करते हैं वैसे ही उनका डेटा और ब्राउसिंग हैबिट भी शेयर किया जाता है. सोशल मीडिया नेटवर्क ने इस बारे में कहा कि इससे हमें एड और यूजर की सर्विस को और बेहतर बनाने में मदद मिलती है. लेकिन इस बात से एक और खुलासा हुआ है कि अगर आप अपने फेसबुक अकाउंट को लॉगआउट करते हैं तब भी आपका डेटा शेयर होता है. इसके लिए हमें इन सर्विस और एप्स को धन्यवाद करने की जरूरत हैं जो हमारा डेटा शेयर करती हैं.
क्रोम और अन्य वेबसाइट्स की तरह काम करेगा ये फीचर
क्लियर हिस्ट्री की मदद से फेसबुक आपका सारा डेटा उड़ा देगा जो एप्स और वेबसाइट की मदद से शेयर होते थे. इसके बाद फेसबुक आपका कोई भी डेटा अपने अपने पास नहीं रख पाएगा और न ही यूजर के अकाउंट से जुड़ी हुई कोई जानकारी. वहीं अगर आप अन्य वेबसाइट और एप की जानकारी की हिस्ट्री को फेसबुक के जरिए क्लिर करते हैं तो फेसबुक इसपर भी नजर नहीं रख पाएगा कि आप क्या क्लियर कर रहे हैं. क्लियर हिस्ट्री ठीक उसी तरह है जैसे आप क्रोम या फिर किसी और ब्राउजर पर अपनी हिस्ट्री को डिलीट करते हैं. जिसके बाद अब आप फेसुबक पर भी इसी तरह अपनी पूरी हिस्ट्री को डिलीट कर सकते हैं.
जल्द ही लॉन्च होगा ये फीचर: एरिन इगन
फेसबुक के चीफ प्राइवेसी ऑफिसर एरिन इगन ने कहा कि,'' अब सवाल यहां ये है कि इस फीचर का इस्तेमाल यूजर्स कब से कर पाएंगे? तो जवाब ये है कि इसके लिए आपको थोड़ा और इंतजार करना होगा क्योंकि हम इसपर फिल्हाल काम कर रहे हैं कि किस तरह हमें जानकारी को मिटाना होगा, कैसे हम इस फीचर को सिक्योरिटी के रूप में और मजबूत बना सकते हैं. इस फीचर को लेकर हम अपने हेडक्वार्टर और अलग- अलग शहरों में राउंडटेबल के जरिए बात भी कर चुके हैं.''
इस फीचर के आने के बाद से एक बात तो तय है कि पहले जिस फेसबुक के पास यूजर के अकाउंट का पूरा डेटा हुआ करता था अब क्लियर हिस्ट्री फीचर के आने के बाद यूजर जब चाहेंगे वो अपना डेटा डिलीट कर पाएंगे
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