UP AQI: नोएडा-गाजियाबाद में प्रदूषण के स्तर में मामूली कमी लेकिन हवा अब भी बेहद खराब, कब मिलेगी राहत?
Air Pollution in UP: यूपी में बुधवार को हवाओं की गति बढ़ने से नोएडा-गाजियाबाद व आसपास के इलाकों में प्रदूषण के स्तर में कमी आई हैं. लेकिन, देशभर के अन्य शहरों के मुकाबले ये अब भी सबसे ज्यादा है.

उत्तर प्रदेश के कई प्रमुख शहरों में लगातार हवा प्रदूषित बनी हुई हैं. तीन दिन से नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़ और मेरठ जैसे शहरों में प्रदूषण के स्तर में तेजी देखी जा रही थी, लेकिन गुरुवार 4 दिसंबर को इसमें थोड़ी राहत मिली है. हालांकि हवा अब भी बेहद ख़राब श्रेणी में बनी हुई हैं. हवा की गति बढ़ने से आज प्रदूषण के स्तर में मामूली सी कमी आई हैं.
दिल्ली से सटे नोएडा-गाजियाबाद बीते कई दिनों से देश के टॉप-10 प्रदूषित शहरों की लिस्ट में बने हुए हैं. दिसंबर महीने की शुरुआत से ही इन जगहों पर प्रदूषण का स्तर 400 के ऊपर चल रहा था, ये हवा गंभीर श्रेणी की हवा में आती है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए ख़तरनाक होती है और सांस लेने के लायक़ नहीं होती है.
हवा की गति बढ़ने से मिली राहत
कल शाम से हवाओं की गति बढ़ने से कई जगहों पर प्रदूषण के स्तर में कमी आई हैं. लेकिन, देशभर के अन्य शहरों के मुकाबले ये अब भी सबसे ज्यादा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक़ गाजियाबाद का लोनी इलाका आज भी सबसे प्रदूषित रहा. यहां सबसे अधिक एक्यूआई 369 दर्ज किया गया है.
गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में एक्यूआई 335 और इंदिरापुरम में 291 एक्यूआई रहा. नोएडा के सेक्टर 125 में हवा में प्रदूषण का स्तर 341 रिकॉर्ड किया गया. नोएडा सेक्टर-116 में 332, नोएडा सेक्टर-1 में वायु गुणवत्ता सूचकांक 311 दर्ज किया गया. ग्रेटर नोएडा में आज सुबह का एक्यूआई 318 रहा.
यूपी के अन्य शहरों की बात करें तो मेरठ के पल्लवपुरम में एक्यूआई 253, हापुड़ में एक्यूआई 342, बागपत में 320 एक्यूआई रहा. 300 से ज्यादा का एक्यूआई वायु गुणवत्ता सूचकांक में बेहद ख़राब हवा की श्रेणी में आता है. राजधानी लखनऊ में भी हवा में प्रदूषण में बढ़ा है. आज सुबह लखनऊ के लालबाग इलाके में एक्यूआई 177 दर्ज किया गया जो मॉडरेटर श्रेणी की हवा मानी जाती है.
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