Ayodhya News: राम मंदिर के तीसरे चरण का कार्य शुरू, महासचिव चंपत राय ने ट्रस्ट के सदस्य और इंजीनियरों के साथ की पूजा-अर्चना
राम मंदिर निर्माण में प्लिंथ के निर्माण के पहले वैदिक ब्राह्मण के मौजूदगी में निर्माणाधीन स्थल पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने ट्रस्ट के सदस्य और इंजीनियरों के साथ पूजा-अर्चना की.
Ram Mandir Ayodhya: राम जन्मभूमि परिसर में प्लिंथ के निर्माण के पहले वैदिक ब्राह्मण के मौजूदगी में निर्माणाधीन स्थल पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने ट्रस्ट के सदस्य तथा कार्यदाई संस्था के इंजीनियरों के साथ पूजन अर्चन किया. इससे पहले मंदिर की बुनियाद के बाद राफ्ट के ढलाई का काम पूरा हुआ अब प्लिंथ का निर्माण का कार्य शुरू हुआ है. राफ्ट के ऊपर बलुआ पत्थर और ग्रेनाइट पत्थरों से 20 फीट ऊंचा प्लिंथ का निर्माण किया जाएगा और उसके ऊपर मन्दिर निर्माण के लिये कार्यशाला में तराश कर रखे गए पत्थरों से मंदिर का निर्माण होगा. प्लिंथ निर्माण में लगभग 6 महीने का समय लगेगा.
2023 तक पूरी होगी मंदिर निर्माण प्रक्रिया
मंदिर निर्माण की प्रक्रिया 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रखा है. मंदिर निर्माण के निमित्त 25 मार्च 2020 को रामलला को अस्थाई मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिफ्ट किया था. उसके बाद से ही मंदिर के भूमि का समतलीकरण और फिर एक विशाल भूखंड पर मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को प्रारंभ किया गया. पहले सबसे बुनियाद भरी गई उसके ऊपर राफ्ट का निर्माण हुआ और अब मंदिर के प्लिंथ का निर्माण कार्य शुरू हुआ है. प्लिंथ लगभग 20 फीट ऊंचा होगा जिस पर भगवान राम के मंदिर के लिए कार्यशाला में तलाश के रखे गए पत्थर लगाकर मंदिर का निर्माण होगा. प्लिंथ में भी तकनीकी का इस्तेमाल कर रही संस्थाओं के द्वारा किया जा रहा है. सोनभद्र और मिर्जापुर के बलुआ पत्थर राफ्ट पर लगाए जाएंगे और इनके ऊपर बेंगलुरु और जयपुर के ग्रेनाइट पत्थर से सील किया जाएगा ताकि बारिश और नमी का असर मंदिर की बुनियाद में ना हो और मंदिर लंबे समय तक के लिए सुरक्षित रहे.
राफ्ट का काम हुआ पूरा
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कैंप कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि राफ्ट का काम पूरा हो गया है और हमारे यहां की परंपरा है जब नए काम का शुरुआत करते हैं तो उसमें प्रभु का पूजन करने के बाद ही शुरू करते हैं. अब हम प्लेटफार्म का काम शुरू करने जा रहे हैं उसके लिए हम अपना जो पूजन पाठ हैं कर रहे हैं. इसके बाद में हमारे प्लेटफार्म का काम शुरू हो जाएगा पत्थर का प्लेटफॉर्म है 15 से 20 फीट ऊंचा होगा ड्राइंग के अनुसार पत्थरों को लगाया जाएगा जैसी जहां पर जिस पत्थर की आवश्यकता है वहां पत्थर इस्तेमाल किए जाएंगे. इसके लिए बैंगलोर से जोधपुर से सोनभद्र से पत्थर मंगाए गए हैं प्लिंथ निर्माण का काम लगभग 6 महीने में पूरा होने की उम्मीद है 6 महीने में पूरा पत्थर लग के प्लेटफॉर्म तैयार हो जाएगा. इसके बाद हम स्ट्रक्चर को खड़ा करना शुरू करेंगे बिल्कुल प्रयास यही है कि 2023 समाप्त होने के पहले ही हम भगवान को गर्भग्रह में पहुंचा देंगे.
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