Kanpur News: किराया वसूलने के लिए कानपुर बुलाकर किया अपहरण, परिजनों से मांगी लाखों रुपये की फिरौती
Kanpur Cirme News: कानपुर में कुछ युवकों ने कुछ समय पहले किराया कम देने पर एक युवक को काम देने के बहाने वापस बुलाकर उसका किडनैप करने की कोशिश की है. फिलहाल में मामले में एक युवक गिरफ्तार हुआ है.

Kidnapping in Kanpur: उत्तर प्रदेश के कानपुर से हैरत भरी खबर सामने आई है. दरअसल बिहार के एक युवक को काम दिलाने के बहाने शहर बुलाकर उसके साथी ने अपहरण कर लिया. पुलिस का स्टीकर लगी वैन में घंटों तक घुमाने के बाद एक कमरे में ले गए, जहां मारपीट कर उसके मोबाइल से तीन हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए. फिर उसके परिजनों से तीन लाख की फिरौती मांगी. गुरुवार सुबह अपहरणकर्ता बंधक बनाकर युवक को किदवई नगर साइड नंबर वन ले गए, जहां उन्होंने उसी के नाम से एक सिम खरीदा. टॉयलेट जाने की बात कह कर युवक नीचे उतरा और ट्रैफिक पुलिसकर्मी को खड़ा देख चिल्लाने लगा. टीएसआई ने युवकों को दौड़ाया तो दो बदमाश मौके से भाग निकले, टीएसआई ने वैन चालक को पकड़ कर किदवई नगर पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस वैन जब्त कर आरोपी को थाने ले गई.
दरअसल बिहार के अररिया जिला के ओमनगर निवासी गजेंद्र पटेल उर्फ मुन्ना ने बताया कि वह मजदूरी करता है. पहले शहर में रहकर काम कर चुका है. बीते रक्षाबंधन को वापस लौट गया था. कुछ दिन पूर्व झकरकटी बस स्टैंड के पास रहने वाले पम्मी ने कैटरिंग का काम करने के लिए बुलाया था. बुधवार दोपहर वह ट्रेन से सेंट्रल स्टेशन पहुंचा. घंटाघर के पास पम्मी अपने साथी वैन चालक सूर्यप्रकाश समेत 6-7 अज्ञात लोगों के साथ खड़ा मिला.
फिरौती में मांगे तीन लाख रुपये
जिसने गाड़ी में बैठाने के बाद पूरे शहर में गाड़ी घुमाते हुए मारपीट की और चार हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए. इसके बाद रूमा स्थित एक कमरे में ले गए, जहां बांधकर रखा गया. गजेंद्र ने बताया कि इस दौरान बदमाशों ने उसके ताऊ को फोन करवा कर तीन लाख रुपये की मांग की. इसके बाद भी बदमाशों ने उसे नहीं छोड़ा. उसने बताया कि गुरुवार सुबह पम्मी, वैन चालक सूर्यप्रकाश व एक अन्य साथी बंधक बनाकर उसके नाम पर सिम लेने किदवई नगर साइड नंबर वन के पास एक सेंटर पहुंचे. इस पर गजेंद्र ने टॉयलेट जाने की बात कही, तो दो साथी उसे पकड़ कर नीचे लाए. वहीं पर खड़े टीएसआई परवेज अली खान को देखकर गजेंद्र ने चिल्लाकर अगवा करने की बात बताई. इस पर अपहरणकर्ता भागने लगे. टीएसआई ने राहगीरों की सहायता से वैन चालक सूर्यप्रकाश को दबोच लिया, जबकि पम्मी व उसका साथी भाग निकला.
पुलिस की पूछताछ में ये सामने आया है कि गजेंद्र रक्षाबंधन से पहले चार साथियों संग सूर्यप्रकाश की वैन लेकर बिहार गया था. जहां तय किराया 20 हजार की जगह सिर्फ 12 हजार रुपये ही दिए गए. इसके बाद बाकी रुपये निकालने और बदला लेने के लिए आरोपियों ने ये पूरा खेल रचा और उसे दूसरे से फोन करा कर फिर काम के बहाने से कानपुर बुलाया.
किदवईनगर पुलिस ने पीड़ित को बनाया चकरघिन्नी
मामला सामने आने के बाद किदवईनगर पुलिस ने पीड़ित को चकरघिन्नी बना डाला. सीमा विवाद में उलझे किदवईनगर इंस्पेक्टर घटना स्थल घंटाघर बताते हुए हरबंश मोहाल का मामला बताने लगे. वहीं हरबंश मोहाल पुलिस ने मना किया तो पीड़ित को लेकर जीआरपी के पास पहुंच गए. जीआरपी इंस्पेक्टर योगेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि स्टेशन से वह सही सलामत निकला है. 20 घंटे तक प्रताड़ित हुए युवक को छह घंटे तक हरबंश मोहाल व जीआरपी थाना घुमाने के बाद वापस किदवई नगर लेकर पहुंची जहां आखिर पीड़ित का केस दर्ज किया गया. घटना की जानकारी देते हुए एसीपी अमरनाथ ने बताया कि मामला लेनदेन का था, पर जो घटना घटित हुई है उस आधार पर केस दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जा रही है.
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Source: IOCL





















