राजस्थान पुलिस ने जारी की 25 कुख्यात अपराधियों की नई लिस्ट, जानें- कौन है सबसे खतरनाक अपराधी?
Rajasthan Police Wanted List: राजस्थान पुलिस ने 25 कुख्यात अपराधियों की नई सूची जारी की है, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के कई सदस्य शामिल हैं. इन पर हत्या, डकैती जैसे गंभीर मामलों में इनाम घोषित है.

राजस्थान पुलिस ने राज्य में सक्रिय 25 सबसे वांछित अपराधियों की नई सूची जारी की है. इस सूची में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े कई कुख्यात अपराधियों के नाम भी शामिल हैं. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्राइम) दिनेश एमएन ने गुरुवार (17 जुलाई) को यह लिस्ट जारी की थी.
इस लिस्ट में 12 नए अपराधियों को भी जोड़ा गया है. पीटीआई के अनुसार, इन सभी अपराधियों की गिरफ्तारी पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता बताई गई है. इनमें किनके नाम शामिल है, आइए जानते हैं.
किस-किस के नाम हैं शामिल?
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य रोहित गोदारा लिस्ट में सबसे ऊपर है. उस पर हत्या और डकैती के 20 मामले दर्ज हैं. इस पर राजस्थान पुलिस ने ₹1 लाख और एनआईए ने ₹5 लाख का इनाम घोषित कर रखा है. महेन्द्र उर्फ समीर मेघवाल 25 आपराधिक मामलों में वांछित है. उस पर ₹5 लाख एनआईए और ₹2 लाख राज्य पुलिस ने इनाम रखा है.
अन्य नामों में वीरेंद्र सिंह चारण, सत्विंदर उर्फ गोल्डी बराड़, अनमोल उर्फ भानु, श्याम सुंदर उर्फ सांवरिया, सुनील कालू मीणा और अनिल पंड्या शामिल हैं, जिन पर ₹50,000 से ₹5 लाख तक के इनाम घोषित हैं. इनके अवाला महेश हरिजन, अमरजीत बिश्नोई, सुभाष मूंड उर्फ सुभाष बराल और अजय सिंह उर्फ अज्जू बन्ना भी इस लिस्ट में हैं.
किस तरह की वारदातों में शामिल?
ये सभी अपराधी हत्या, हत्या की कोशिश, डकैती, लूट, अवैध हथियार, NDPS एक्ट और चोरी जैसे गंभीर मामलों में शामिल रहे हैं. इनमें से कई अपराधी अंतरराज्यीय नेटवर्क से जुड़े हैं और समाज के लिए सीधा खतरा माने जा रहे हैं.
पुलिस ने जयपुर और जोधपुर के पुलिस आयुक्तों, सभी रेंज आईजी, जिला एसपी, डीसीपी, जीआरपी, एटीएस और एसओजी को निर्देश दिए हैं कि ये समन्वय में काम कर जल्द से जल्द इन अपराधियों को गिरफ्तार करें.
इनकी गिरफ्तारी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता- ADG
एडीजी दिनेश एमएन ने कहा, “ये 25 अपराधी समाज के लिए सीधा खतरा हैं और इनकी गिरफ्तारी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. सभी पुलिस इकाइयाँ समन्वय से काम करेंगी ताकि कोई भी आरोपी बच न पाए. जनता से भी अनुरोध है कि किसी भी संदिग्ध जानकारी को बिना झिझक पुलिस के साथ साझा करें.”
Source: IOCL





















