Rajasthan Election: चुनाव से पहले अमित शाह का मूल मंत्र से BJP को मिलेगा फायदा? पूर्वी राजस्थान पर है फोकस
Rajasthan Elections: भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री की सीट को लेकर पायलट और गहलोत की लड़ाई से जनता परेशान है और विधानसभा चुनाव 2023 में जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी.

Amit Shah in Rajasthan: राजस्थान की कांग्रेस सरकार के शासन को लगभग साढ़े चार वर्ष हो गए हैं. सरकार के कार्यकाल में कोरोना महामारी का दौर रहा है कोरोना महामारी के दौरान लोगों को उनके घर तक पहुंचाने और उनकी देखभाल करने की व्यवस्था को लेकर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तारीफ की थी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की कुर्सी की लड़ाई जगजाहिर है दोनों में लगभग 3 साल से कुर्सी को लेकर खींचतान चल रही है.
भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री की सीट को लेकर पायलट और गहलोत की लड़ाई से जनता परेशान है और विधानसभा चुनाव 2023 में जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी. तो वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है की अबकी बार मिशन 156 का है कांग्रेस 156 सीट जीतकर सरकार बनाएगी.
बिना संगठन के ही चुनाव लड़ेगी कांग्रेस?
अब देखने वाली बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने बूथ लेवल तक अपनी कार्यकर्ताओं की टीम गठित कर दी है और चुनाव की तैयारी में जुट गई है, लेकिन कांग्रेस पार्टी की सचिन और गहलोत की आपसी लड़ाई भी सिमटने का नाम नहीं ले रही है. संगठन मजबूत कैसे हो, कांग्रेस आलाकमान अभी सचिन पायलट और अशोक गहलोत की आपसी लड़ाई को नहीं सुलझा पा रहा है तो संगठन कैसे मजबूत होगा. राजस्थान के कई जिलों में कांग्रेस पार्टी का जिलाध्यक्ष ही नहीं है तो संगठन कैसे मजबूत होगा. लगता है कांग्रेस पार्टी इस बार विधानसभा का चुनाव बिना संगठन के ही लड़ेगी. वैसे भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि हमने जो जनकल्याणकारी योजनायें चलाई हैं, उनको देखते हुए लोग कांग्रेस को ही सपोर्ट करेंगे.
पूर्वी राजस्थान की केवल एक सीट बीजेपी के पास
पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग की 19 विधानसभा सीट पर हुए 2018 विधानसभा सीट में से मात्र एक सीट भारतीय जनता पार्टी के खाते में गई थी. विधानसभा चुनाव में भरतपुर संभाग में नहीं चलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू. राजस्थान के 2013 के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय दौरे पर भरतपुर पहुंचे थे और कुम्हेर-डीग विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी डॉ. दिगंबर सिंह का प्रचार प्रसार किया था और डॉ. दिगंबर सिंह उस चुनाव को हार गए थे. उसके बाद लोकसभा के चुनाव में राजस्थान की 25 सीटों पर चुनाव जीतकर भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास बना दिया.
विधानसभा चुनाव 2018 में फिर राजस्थान में पूर्वी राजस्थान से भारतीय जनता पार्टी का सूपड़ा साफ कर दिया और भारतीय जनता पार्टी का मात्र एक सीट पर भारतीय जनता पार्टी को विजय मिली थी. कांग्रेस ने पूर्वी राजस्थान में परचम फहराया और कांग्रेस की सरकार प्रदेश में बनी.
2019 में बीजेपी की थी यह स्थिति
लोगों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी का जादू नहीं चलता है. नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव 2018 में भी भरतपुर आये थे और उस समय भरतपुर संभाग की विधानसभा सीट के प्रत्याशियों के लिए मंच से लोगों को संबोधित कर भारतीय जनता पार्टी को जिताने की अपील की थी. लेकिन भरतपुर संभाग में हुआ उल्टा भरतपुर में विधानसभा चुनाव 2018 में भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया था.
फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में राजस्थान की सभी 25 सीटों पर भारतीय जनत अपर्ति के प्रत्याशी जीते थे. कुल मिलाकर भरतपुर में विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी का जादू नहीं चला और लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए जमकर वोट दिया और राजस्थान की सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को जिताया.
अमित शाह के मंत्र से बीजेपी को मिलेगा फायदा?
अब भरतपुर में अमित शाह द्वारा बूथ विजय संकल्प कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ताओं को जीत का पाठ पढ़ाने आये थे. अब देखने वाली बात यह है कि क्या जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं कर पाए विधानसभा चुनाव में भरतपुर संभाग की क्या अमित शाह अपना करिश्मा दिखा पाएंगे और पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग से भारतीय जनता पार्टी को कितनी सीटों पर विजय दिला पाएंगे.
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