(Source: ECI / CVoter)
MP News: आखिर ऐसा क्या हुआ जो शिवराज सिंह चौहान ने बुरहानपुर जिले को दी बधाई? जानें
Burhanpur News: बुरहानपुर जिले के केलों को वैश्विक पहचान मिल रही है. यहां केला पैकिंग और ग्रेडिंग की यूनिट्स लगाई गई है. यहां से रोज केला दुबई, तुर्की, बहरीन और कई देशों में भेजा जाता है.
Madhya Pradesh News: नए साल में मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले को एक बड़ी उपलब्धि मिली है. बुरहानपुर जिले को प्रथम राष्ट्रीय ओडीओपी पुरस्कारों में स्पेशल मेंशन आवार्ड 2023 मिला है. जिसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर बधाई दी है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि बुरहानपुर जिले को बधाई! अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि बुरहानपुर जिले को प्रथम राष्ट्रीय ओडीओपी पुरस्कारों में 'स्पेशल मेंशन अवार्ड - 2023 से सम्मानित किया गया है.
एक जिला-एक उत्पाद के अंतर्गत बुरहानपुर जिले के केलों को वैश्विक पहचान मिल रही है, आज बुरहानपुर के केलों की मांग दुबई, तुर्की और बहरीन जैसे देशों में है. ओडीओपी के तहत चयनित उत्पाद आत्मनिर्भर भारत तथा लोकल फोर वोकल के संकल्प को साकार कर रहे हैं और देश के आर्थिक विकास को भी गति दे रहे हैं.
बुरहानपुर जिले को बधाई!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 5, 2024 [/tw]
अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि बुरहानपुर जिले को प्रथम राष्ट्रीय ओडीओपी पुरस्कारों में 'स्पेशल मेंशन अवार्ड - 2023 से सम्मानित किया गया है।
एक जिला-एक उत्पाद के अंतर्गत बुरहानपुर जिले के केलों को वैश्विक पहचान मिल रही है, आज बुरहानपुर के केलों की मांग…
‘दिल्ली में कलेक्टर भव्या मित्तल को दिया गया पुरस्कार’
आपको बता दें कि प्रथम राष्ट्रीय ओडीओपी पुरस्कारों में स्पेशल मेंशन आवार्ड 2023 के तहत कलेक्टर भव्या मित्तल को केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल एवं विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने दिल्ली में पुरस्कार देकर सम्मानित किया. आपको बता दें कि बुरहानपुर में केले से चिप्स ही नहीं बल्कि पाउडर से लेकर राखियां तक बनाई जाती है. इसके साथ ही घेरलू साज-सज्जा और घेरलू उत्पाद भी बनाए जाते है. जिसमें चटाई, पर्स, टोकरियां, पायदान और अन्य उत्पाद भी शामिल है.
‘केले के रेशे से तैयार होती है सेनेटरी नेपकिन’
इस दौरान कलेक्टर भव्या मित्तल ने जानकारी देते हुए बताया कि बुरहानपुर जिले में 25 रायपेनिंग चेंबर्स एवं विभिन्न बनाना चिप्स यूनिट्स स्थापित की गई है. महिलाओं को केले के रेशे से सेनेटरी नेपकिन तैयार करने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है. इसके साथ ही केले के रेशों से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार किए जाते है. केले के तने से रेशे निकालकर उनके उत्पाद तैयार करने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है.