Rang Panchami 2023: 'चाचा चौधरी' बनकर कहां पहुंचे BJP नेता कैलाश विजयवर्गीय? जीतू जिराती क्यों बने 'साबू'
Rang Panchami Celebration in Indore: कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'चाचा चौधरी अनुभवी बुजुर्ग किसान हैं. चाहे वह कृषि का क्षेत्र हो या मौसम या सामाजिक व्यवस्था या क्राइम का क्षेत्र, चाचा चौधरी सुपर टेलेंटेड हैं.'
Indore News: बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने चाचा चौधरी का रूप धारण किया.वहीं बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती (Jitu Jirati) बने साबू. मौका था इंदौर के बजरबट्टू सम्मेलन का. इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय सहित पत्रकार बने बजरबट्टूओं की शोभायात्रा निकाली गई.बजरबट्टू इंदौर का एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें हास्य कवि सम्मेलन से पहले जुलूस निकाला जाता है.इसका आयोजन रंगपंचमी (Rang Panchami 2023) के एक दिन पहले इंदौर में किया जाता है.इसमें विजयवर्गीय और जिराती हर साल एक नए अवतार में जनता के बीच जाते हैं.
इस साल कैलाश विजयवर्गीय चाचा चौधरी का रूप धारण किया. इस बार की शोभायात्रा में फाग खेलते कलाकार मथुरा की प्रसिद्ध लट्ठ मार होली का भव्य प्रदर्शन करते हुए चल रहे थे.इनके अलावा झाबुआ के आदिवासी कलाकार,राजस्थानी नृत्य कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए चल रहे थे.शोभायात्रा में 11 बैंड, ऊंट, घोड़े, राधा-कृष्ण की झांकियां शामिल हुईं.करीब 80 कलाकार ढोल बजाते हुए शोभायत्रा के आगे चल रहे थे.शहर के नामचीन बैंड भी इस यात्रा में शामिल हुए.इसे देखने के लिए हजारों की भीड़ जमा थी.लोग कैलाश विजयवर्गीय के नए रूप को अपने कैमरों में कैद कर रहे थे.
बजरबट्टूओं की शोभायात्रा खजुरी बाजार से शुरू होकर छोटा गणपति मंदिर, मल्हारगंज थाने के सामने समापन हुआ. वहां अखिल भारतीय हास्य बजरबट्टू कवि सम्मेलन आयोजित हुआ.जिसमें सत्यनारायण सत्तन, अलीगढ़ से आए डॉ.विष्णु सक्सेना, राजोद के जॉनी बैरागी, दिनेश देशी घी बेरछा, इटावा से आईं योगिता चौहान, बीलवाड़ा के दीपक पारीक, कोटा से आए अर्जुन अल्हड़ और शशिकांत 'शशि' शामिल हुए.
कैलाश विजयवर्गीय क्यों बने चाचा चौधरी
कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से कहा की इस बार चाचा चौधरी का रूप लिया है.चाचा चौधरी अनुभवी बुजुर्ग किसान हैं. उनके पास हर क्षेत्र के अनुभव की कुंजी है, चाहे वह किसानी का क्षेत्र हो या मौसम या सामाजिक व्यवस्था या क्राइम का क्षेत्र हो, चाचा चौधरी सुपर टेलेंटेड हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण बुजुर्गों को सम्मान प्रदान कराने के लिए वो चाचा चौधरी बने हैं. उन्होंने कहा कि मेरे साथी जीतू जिराती मेरे सहयोगी साबू बने हैं.उन्होंने कहा कि गांव के लोगों को समझा जाता है कि ये तो येडे हैं, वास्तव में गांव में आज भी टैलेंट है.भारतीय क्रिकेट टीम को ही देख लीजिए आधी टीम गांवों से आई हुई है. उन्होंने कहा कि गांव के नौजवानों ने हर क्षेत्र के अपनी बुद्धिमता सिद्ध की है.
आगामी चुनाव में चाचा चौधरी क्या कमाल दिखाएगा के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कमाल दिखाएगा, जिसके पास टैलेंट है, वह कहीं भी चला जाए उसका असर तो दिखाई ही देता है.उन्होंने कहा कि वो बजरबट्टू सम्मेलन के माध्यम से लोगों के जीवन में खुशी का रंग भरने का प्रयास करते हैं.
कबसे निकाली जा रही है बजरबट्टूओं की शोभायात्रा
बजरबट्टू के आयोजक अशोक जवान चांदू ने बताया की यह आयोजन पिछले 25 सालों से हो रहा है. इसकी शुरुआत से ही कैलाश विजयवर्गीय इसमें अलग-अलग रूप में नजर आते हैं. उन्होंने कहा कि कैलाश जी क्या बनेंगे, यह काफी समय तक किसी को पता नहीं होता है. कैलाश विजयवर्गीय अब तक बजरबट्टू सम्मेलन में शिव भगवान,तांत्रिक,सचिन तेंदुलकर,रॉकस्टार सिंगर,चाणक्य के अलावा कई अन्य रूपों में नजर आ चुके हैं.
इस यात्रा में घोड़े,बग्घी और ऊंटों पर पत्रकारों को बजरबट्ट बनाकर कवि सम्मेलन के मंच तक जाया जाता है.इसके बाद हास्य कवि सम्मेलन अयोजित होता है.यात्रा के दौरान बजरबट्टू लड्डू, चॉकलेट, टॉफी, लॉलीपॉप जैसी चीजें लोगों में बांटते चलते हैं.
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