MP Election 2023: मध्य प्रदेश में अगर बीजेपी चुनाव जीती तो क्या शिवराज सिंह चौहान बनेंगे CM? अमित शाह ने दिया ये जवाब
MP Elecitons 2023: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भोपाल में गरीब कल्याण महाअभियान के नाम से सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी किया. इस दौरान उन्होंने कमलनाथ पर साधा निशाना.

MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और बीजेपी का मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, यह सवाल लगातार उठते रहते हैं. इसको लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान अभी मुख्यमंत्री हैं, चुनाव के बाद कौन होगा, इस बारे में पार्टी को तय करना है.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गरीब कल्याण महाअभियान के नाम से सरकार का केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने रिपोर्ट कार्ड 2002-2023 जारी किया और संवाददाताओं के सवालों का जवाब दिया. बीजेपी को बहुमत मिलने पर अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल पर अमित शाह ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान अभी मुख्यमंत्री हैं, विधानसभा चुनाव के बाद क्या करना है, किसे जिम्मेदारी देनी है, इसके बारे में पार्टी को तय करना है. उन्होंने पत्रकारों की तरफ इशारा करते हुए कहा, ''पार्टी का काम पार्टी को करने दीजिए, आप मत कीजिए.''
'कमलनाथ के घोटालों की हो रही जांच'
अमित शाह ने अपने उद्बोधन में विरोधियों के 24 घोटालों का जिक्र किया और कमलनाथ पर गंभीर आरोप लगाए. इसी पर एक पत्रकार ने सवाल किया कि राज्य में 20 साल और केंद्र में नौ साल से बीजेपी की सरकार है फिर कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती? इस सवाल के जवाब में शाह ने कहा, ''हमने कभी भी पॉलिटिकल वेंडेटा से कार्रवाई नहीं की है, उन्होंने जो सारे घोटाले किए, उनके खिलाफ जांच चल रही है, अब कांग्रेस क्या किसी भी नेता या किसी भी नेता का भाषण सुनिए तो उसमें जांच एजेंसियों को लेकर हाय-तौबा मिलेगी, मगर जांच की एक गति होती है, जांच कोर्ट के नियमों के अनुसार होती है, इसमें समय लगता है.
'BJP में परिवारवाद नहीं'
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि अगर यह सवाल कमलनाथ की तरफ से स्पॉन्सर है तो उन्हें ऐसी गलती नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे जांच की गति और तेज हो सकती है. वहीं परिवारवाद को लेकर सियासी गलियारों में हमेशा सवाल उठाए जाते रहते हैं और इसी को लेकर जब पत्रकार ने सवाल किया तो उन्होंने जवाब दिया कि बीजेपी में परिवारवाद नहीं है.
'कांग्रेस-सपा परिवारवाद के उदाहरण'
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और खुद के अलावा कई नेताओं का उदाहरण दिया और कहा कि ये सभी किस परिवार से आए हैं? परिवारवाद वाकई में वह है, जिसमें किसी परिवार विशेष की मिल्कियत पार्टी और सरकार में रहती है या उस पर एक परिवार का अधिकार रहता है. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, डीएमके जैसे अनेक दल इसके उदाहरण हैं.
ये भी पढ़ें
MP Election 2023: टिकट बंटवारे में अपने 'वफादारों' को लेकर क्या बोले सिंधिया? कांग्रेस पर कसा तंज
Source: IOCL





















