एमपी के किसानों का आंदोलन, अपनी मांगों को लेकर खलघाट टोल प्लाजा पर जमा होंगे किसान
Dhar Farmers Protest: धार, बड़वानी, खरगोन और खंडवा जिलों के किसान नेताओं की कृषि मंत्री से मुलाकात बेनतीजा रही है. अब अपनी मागों को लेकर किसानों ने आंदोलन का रास्ता अपनाया है.

धार सहित प्रदेश के अन्य 4 जिलों के किसान संगठन के पदाधिकारियों और सरकार के बीच हुई बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंची. इसलिए अब किसान संगठनों ने आंदोलन तेज करने का फैसला कर लिया है. धार, बड़वानी, खरगोन और खंडवा जिलों के किसान नेताओं ने शनिवार को अपनी मांगों को लेकर भोपाल में कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंसाना से मुलाकात की.
कृषि मंत्री से ठोस आश्वासन न मिलने पर किसान निराश लौटे. राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने तय किया है कि 1 दिसंबर को आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे स्थित खलघाट में बड़ा किसान महाकुंभ आयोजित कर अपनी आवाज बुलंद करेंगे. इसी को लेकर प्रशासन सख्त नजर आ रहा हैं.
वहीं किसानों के आंदोलन को देखते हुए धामनोद पुलिस द्वारा कानून-व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका जताए जाने के बाद अनुविभागीय दंडाधिकारी द्वारा 1 दिसंबर 2025 को खलघाट टोल प्लाजा (NH-52) के दोनों ओर 500 मीटर के दायरे में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा-163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए है.
आंदोलन में बड़ी संख्या में शामिल होंगे किसान
यह फैसला राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ द्वारा 1 दिसंबर को प्रस्तावित व्यापक किसान आंदोलन को ध्यान में रखते हुए लिया गया. आंदोलन के दौरान निमाड़ और मालवा क्षेत्र के अनेक किसान संगठन बड़ी संख्या में शामिल होगे. किसानों की प्रमुख मांगों में कृषि ऋणमुक्ति, एमएसपी की कानूनी गारंटी, सीसीआई और मक्का खरीदी से जुड़े मुद्दे शामिल हैं.
आंदोलन के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट
आंदोलन को देखते हुए प्रशासन भी अब अलर्ट नजर आ रहा हैं. नेशनल हाईवे जाम को देखते हुए प्रशासन ने मार्ग को अलग -अलग डायवर्ड किया हैं जिससे आवागमन पूर्ण रूप से बांधित न हो. वहीं, आंदोलन के दौरान आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भी पुलिस बल को मॉकड्रिल अभ्यास करवाया गया हैं. वहीं आला अधिकारी भी लगातार आंदोलन को लेकर स्वीट नजर आ रहे हैं.
ये भी पढ़ें: MP विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से, सरकार ला रही 2 अहम विधेयक, विपक्ष भी घेरने के लिए तैयार
Source: IOCL























