दिल्ली ब्लास्ट मामले में खुलासा, विस्फोटक बनाने की सामग्री खरीदने के लिए संदिग्धों ने जुटाए थे 26 लाख
Delhi Blast: जांचकर्ताओं का मानना है कि यह धनराशि एक बड़ी आतंकी साजिश के लिए थी. इससे उन्होंने कथित तौर पर 3 लाख रुपये मूल्य का लगभग 26 क्विंटल एनपीके खाद खरीदा था.

दिल्ली में सोमवार (10 नवंबर) को लाल किले के पास हुए धमाके को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. 'सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल' के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए डॉक्टरों ने लाल किले के पास विस्फोट में इस्तेमाल की गई सामग्री खरीदने के लिए 26 लाख रुपये से ज्यादा की रकम जुटाई थी.
अधिकारियों ने बताया कि चार संदिग्धों- डॉ मुजम्मिल गनी, डॉ अदील अहमद राथर, डॉ शाहीन सईद और डॉ उमर नबी ने मिलकर नकद राशि जमा की थी, जिसे सुरक्षित रखने और परिचालन उपयोग के लिए डॉ उमर को सौंप दिया गया था.
डॉ उमर चला रहा था कार
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी और हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर डॉ उमर सोमवार (10 नवंबर) शाम को लाल किले के व्यस्त इलाके में हुए विस्फोट में इस्तेमाल आई20 कार चला रहा था.
जांचकर्ताओं का मानना है कि यह धनराशि एक बड़ी आतंकी साजिश के लिए थी. जमा की गई इस राशि से उन्होंने कथित तौर पर गुरुग्राम, नूंह और आसपास के शहरों से लगभग 3 लाख रुपये मूल्य का लगभग 26 क्विंटल एनपीके खाद खरीदा था.
बड़ी मात्रा में खाद की खरीद
अधिकारियों ने बताया कि अन्य रसायनों के साथ मिश्रित इस उर्वरक का इस्तेमाल आमतौर पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बनाने में किया जाता है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि समूह द्वारा इतनी बड़ी मात्रा में खाद की खरीद, जांच में एक अहम सुराग बन गई है. उन्होंने बताया कि वित्तीय लेन-देन और आपूर्ति रिकॉर्ड की जांच की जा रही है.
उमर और मुजम्मिल के बीच पैसों को लेकर था मतभेद
सूत्रों ने यह भी बताया कि विस्फोट से पहले के दिनों में उमर और मुजम्मिल के बीच धन के लेन-देन को लेकर मतभेद था. जांचकर्ता इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि क्या इस विवाद की वजह से इस समूह की योजनाओं या हमले के समय पर असर पड़ा?
Source: IOCL





















