दिल्ली में 'ताला-चाबी' गैंग का पर्दाफाश, डेढ़ करोड़ की चोरी का खुलासा, 2 शातिर चोर गिरफ्तार
Delhi Police News: दिल्ली पुलिस ने इंटरस्टेट ताला-चाबी गैंग का भंडाफोड़ किया. साथ ही डेढ़ करोड़ की चोरी का भी खुलासा किया. पुलिस ने दो चोरों को दबोचा.

दिल्ली के शाहदरा जिले के कृष्णा नगर इलाके में हुई डेढ़ करोड़ रुपये की सनसनीखेज चोरी का खुलासा स्पेशल स्टाफ पुलिस ने कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने महीनों से दिल्ली–एनसीआर में सक्रिय इंटरस्टेट ताला-चाबी गैंग के दो कुख्यात सदस्यों को गिरफ्तार करने में कमायाबी पाई है.
खुलासे में सामने आया कि गैंग के सदस्य दिन में चाबी बनाने वाले बनकर कॉलोनियों की रैकी करते थे और रात के अंधेरे में ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देते थे. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. साथ ही अन्य वारदातों का भी खुलासा किया जा रहा है.
मामले में डीसीपी ने दी यह जानकारी
डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि, 12 सितंबर को कृष्णा नगर निवासी मन्ना लाल ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि, 11 सितंबर की रात वे अपने घर को लॉक करके अपने रिलेटिव के यहां गए थे, जहां से वे 12 सितंबर को दोपहर करीब सवा 1 बजे घर लौटे. जहां मेन डोर का लॉक टूटा हुआ देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई.
डीसीपी ने बताया कि अंदर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि अलमारियों के ताले टूटे थे और सामान बिखरा पड़ा था. घर से कुल डेढ़ करोड़ रुपये के सोने के दर्जनों जेवर, 11 किलो चांदी, हीरे के सेट, पर्ल सेट, और अन्य कई कीमती सामान चोरी हो चुकी थी. इस मामले में कृष्णा नगर थाने में FIR दर्ज की गई थी.
2500 से ज्यादा CCTV फुटेज खंगाले
डीसीपी ने बताया कि, मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल स्टाफ पुलिस को जांच में लगाया गया. इसके लिए इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह के नेतृत्व में SI धीर सिंह, SI दीपक, SI राजकुमार एवं अन्य की टीम का गठन किया गया था. टीम ने मामले को सुलझाने के लिए तकनीकी और मानवीय इंटेलिजेंस दोनों का सहारा लिया.
टीम ने दिल्ली से लेकर इंदौर तक 2500 से अधिक CCTV फुटेज की बारीकी से जांच की, एंट्री–एग्जिट रूट्स मैप किए और पुराने अपराधियों की गतिविधियों का अध्ययन किया. इसी दौरान दो संदिग्धों समित सिंह और सम्राट सिंह की पहचान हुई और आखिरकार दोनों को दबोच लिया गया.
ताला-चाबी बनाने वाले बनकर घूमते थे आरोपी
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने चौकाने वाले खुलासे किए. उन्होंने बताया कि वे मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के बॉर्डर एरिया में सक्रिय इंटरस्टेट ताला-चाबी गैंग का हिस्सा हैं. वे ट्रेन से दिल्ली आते हैं, और यहां पुरानी दिल्ली एवं नई दिल्ली स्टेशन के आसपास सस्ते होटल में ठहरते हैं.
जिसके बाद वे दिनभर कॉलोनियों में की-मेकर बनकर घूमते हैं और 2-3 दिनों से बंद घरों की पहचान करते हैं. टारगेट मिलने के बाद वे मोटरसाइकिल की चोरी करते और फिर वारदात को अंजाम देने के बाद यहां से फरार हो जाते हैं.
कृष्णा नगर में भी गैंग ने अपनाया यही तरीका
बता दें कि 11-12 सितंबर की रात इन आरोपियों ने बंद पड़े घर को निशाना बनाया और डेढ़ करोड़ के जेवरात समेटकर चोरी की बाइक से फरार हो गए. बाद में टीम को भ्रमित करने के लिए बाइक भी बदल दी. गिरफ्तार आरोपी पुराने शातिर हैं और कई जिलों की पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए थे.
इस मामले में गिरफ्तार सम्राट सिंह उर्फ सम्रथ (30) गुजरात के वडोदरा का रहने वाला है और उसके खिलाफ दिल्ली के कई थानों में चोरी, नकबजनी और रिसीवरी के कई केस दर्ज हैं. जबकि समित उर्फ सुमित सिंह (22) एमपी के इंदौर का रहने वाला है. यह राजौरी गार्डन में दर्ज एक मामले में भगौड़ा घोषित किया जा चुका है और इस पर भी कई थानों में चोरी के केस दर्ज हैं.
आरोपियों के पास से 25 लाख के जेवरात और चोरी के पैसों से खरीदी गई ह्युंडई, क्रेटा गाड़ी के अलावा चोरी की एक मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है. इस मामले में पुलिस आगे की जांच में जुट कर गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी और बाकी के आभूषणों की बरामदगी में लग गई है.
Source: IOCL






















