जहरीली हवा को लेकर दिल्ली सरकार पर भड़के अरविंद केजरीवाल, बोले- 'समाधान के बजाय टैक्स वसूल रहे'
Arvind Kejriwal on Delhi AQI: दिल्ली-एनसीआर की बिगड़ती हवा को लेकर अरविंद केजरीवाल ने केंद्र और दिल्ली की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि साफ हवा-पानी हर नागरिक का अधिकार है.

दिल्ली-एनसीआर में लगातार बिगड़ती हवा अब लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी और फैसलों को गंभीर रूप से प्रभावित करने लगी है. बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की बीजेपी सरकार और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट साझा कर दोनों सरकारों पर गंभीर आरोप लगाए.
अरविंद केजरीवाल ने अपनी पोस्ट में लिखा, "साफ हवा और साफ पानी हर नागरिक का बुनियादी अधिकार है. दिल्ली सहित उत्तर भारत में हवा जानलेवा हो चुकी है, और समाधान देने की बजाय सरकार जनता से टैक्स वसूल रही है. लोग अपने परिवार को प्रदूषण से बचाने के लिए एयर प्यूरीफ़ायर लेने जाते हैं, और वहाँ पता चलता है कि सरकार उस पर 18% GST वसूल रही है. ये सरासर अन्याय है."
उन्होंने आगे कहा कि मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूँ कि एयर और वॉटर प्यूरीफायर पर लगाया गया GST तुरंत हटाया जाए. समाधान नहीं दे सकते तो कम से कम जनता की जेब पर बोझ डालना बंद कीजिए.”
साफ़ हवा और साफ़ पानी हर नागरिक का बुनियादी अधिकार है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 28, 2025
दिल्ली सहित उत्तर भारत में हवा जानलेवा हो चुकी है, और समाधान देने की बजाय सरकार जनता से टैक्स वसूल रही है।
लोग अपने परिवार को प्रदूषण से बचाने के लिए एयर प्यूरीफ़ायर लेने जाते हैं, और वहाँ पता चलता है कि सरकार उस पर 18% GST…
उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है कि जब दिल्ली-एनसीआर जहरीली हवा में घिरा है, तब प्रदूषण से बचाव वाले उपकरणों पर इतना ऊंचा टैक्स वसूलना कितना उचित है.
दिल्ली-एनसीआर में हवा की हालत लगातार खराब
पिछले कई हफ्तों से दिल्ली-एनसीआर AQI के मामले में बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. कई इलाकों में AQI 400 से ऊपर दर्ज हुआ है, जिससे स्कूलों की छुट्टियों से लेकर बाहर काम करने वालों की सेहत तक प्रभावित हो रही है.
डॉक्टरों का कहना है कि यह स्तर लंबे समय तक रहने पर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है.
केजरीवाल के बयान के बाद यह सवाल उठ रहा है कि जब सरकारें प्रदूषण पर ठोस कदम नहीं उठा पा रहीं, तो कम से कम आम लोगों को एयर प्यूरीफायर और वॉटर प्यूरीफायर जैसी जरूरत की चीजों पर राहत दे. लोगों का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण में ये उपकरण जरूरत बन चुके हैं और 18% GST कम करके जनता को राहत दी जा सकती है.
Source: IOCL























