Anant Singh: मुंगेर के एमपी-एमएलए कोर्ट से अनंत सिंह को मिली रिहाई, साक्ष्य के अभाव में पुराने मामले में बरीने मामले मे बरी
MP-MLA Court: साक्ष्य के अभाव में पूर्व के एक मामले में बाहुबली नेता अनंत सिंह रिहा हो गए हैं. एमपी- एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश कुमार पंकज ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अपना ये निर्णय सुनाया है.

Anant Singh News: मुंगेर के एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायालय के न्यायाधीश सह सहायक सत्र न्यायाधीश प्रथम कुमार पंकज ने शनिवार को साक्ष्य के अभाव में मोकामा के पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह को रिहा कर दिया. अभियोजन पक्ष आरोप को साबित करने में विफल रहा. इस मामले में अनंत कुमार सिंह के सहित 80-100 समर्थक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था, लेकिन आरोप पत्र सिर्फ अनंत कुमार सिंह के विरुद्ध समर्पित हुआ था.
वीडियो कान्फ्रेंसिंग से निर्णय
सुरक्षा कारणों से बेऊर जेल पटना में बाढ़ थाना कांड संख्या 389/2019 में सजावार बंदी और बिहार में छोटे सरकार से मशहूर अनंत कुमार सिंह न्यायालय में सशरिर उपस्थित नहीं हुए. न्यायालय ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्णय सुनाया, जबकि इसके पूर्व बयान में अभियुक्त के प्रारुप में अनंत सिंह ने अपने उपर लगाए गए आरोप को निराधार बताया था, जो केन्द्रीय कारा पटना से न्यायालय में प्राप्त हुआ था.
अनंत सिंह पर क्या था मामला?
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बिना इजाजत लिए 31 मार्च 2019 को 16 गाडियों के काफिले के साथ अनंत कुमार सिंह ने अपने समर्थकों के साथ धरहरा अंचल में कांग्रेस प्रत्याशी अपनी पत्नी नीलम देवी के पक्ष में प्रचार-प्रसार किया था.
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र मुंगेर के जमालपुर विधानसभा क्षेत्र में धरहरा अंचल अन्तर्गत फ्लाईंग स्क्वाईड की टीम में मैजिस्ट्रेट के रूप में अंचल अधिकारी अबुल हुसैन को प्रतिनियुक्ति था, जिनके बयान पर धरहरा थाना में कांड संख्या 84/2019 दर्ज हुआ था, इस मामले में अनंत सिंह अब बरी हो गए हैं.
फिलहाल अनंत सिंह इस समय पटना के बेऊर जेल में गोलीबारी के एक मामले में बंद हैं. मोकामा के नौरंग जलालपुर गांव में सोनू-मोनू गैंग के साथ हुई गोलीबारी के मामले में वो दोषी हैं, उन्होंने इस मामले में खुद सरेंडर किया था. इस घटना में पूरे 70 राउंड गोलियां चलीं. पूरा नौरंगा जलालपुर गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था. मामला संपत्ति विवाद से जुड़ा है.