हम ही अन्नदाता, फिर क्यों ठगा जा रहा किसान? अभय दुबे के तीखे सवाल से बिहार की सियासत में हड़कंप
Bihar Election 2025: कांग्रेस नेता अभय दुबे ने आरोप लगाया कि बिहार की राजग सरकार किसानों के हितों के खिलाफ काम कर रही है. फसल बीमा और कुसुम योजना में निजी कंपनियों को फायदा पहुंचा रही है.

कांग्रेस नेता अभय दुबे ने रविवार (5 अक्टूबर) को पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर किसानों के हितों के खिलाफ काम करने का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार न केवल किसानों की आजीविका छीन रही है, बल्कि योजनाओं के नाम पर निजी कंपनियों को फायदा पहुंचा रही है.
दुबे ने कहा कि किसान अपने कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प से देश को अन्न दे रहे हैं, लेकिन केंद्र और राज्य दोनों जगह की राजग सरकारें उनके जीवन के अवसरों को खत्म कर रही हैं. जो किसान देश का पेट भरते हैं, वही आज खुद अपने पेट की चिंता में हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां लगातार किसानों को कमजोर कर रही हैं और उन्हें लाभ से वंचित रख रही हैं.
एमएसपी तय करने की प्रक्रिया पर सवाल
कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में 2026-27 विपणन सत्र के लिए छह रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में की गई बढ़ोतरी पर भी सवाल उठाया. दुबे ने कहा कि एमएसपी तय करने की प्रक्रिया में राज्यों की भूमिका अहम होती है, लेकिन बिहार सरकार ने अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को उत्पादन लागत का मूल्यांकन कर उसका विश्लेषण केंद्र को भेजना चाहिए था, लेकिन नीतीश कुमार सरकार ने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की. नतीजा यह हुआ कि बिहार के किसानों को एमएसपी में उचित लाभ नहीं मिल पाया.
फसल बीमा योजना पर निशाना
दुबे ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को निजी कंपनियों के मुनाफे का माध्यम बताते हुए कहा कि इस योजना से किसानों को वास्तविक राहत नहीं मिल रही. उन्होंने आरोप लगाया कि बीमा कंपनियां प्रीमियम के नाम पर करोड़ों रुपये कमा रही हैं, जबकि किसानों को नुकसान होने पर उचित मुआवजा नहीं दिया जाता. इस योजना के तहत लाभ किसानों की जगह कंपनियों को मिल रहा है.
पीएम कुसुम योजना पर भी उठें सवाल
कांग्रेस नेता ने केंद्र की प्रधानमंत्री कुसुम योजना को लेकर भी बिहार सरकार की नाकामी गिनाई. उन्होंने दावा किया कि 2019 में शुरू की गई पीएम कुसुम योजना के तहत बिहार को पिछले पांच वर्षों में एक भी रुपया नहीं मिला है. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर ऐसी स्थिति क्यों है जब अन्य राज्यों में यह योजना लागू की जा चुकी है.
फसल नुकसान के बाद भी नहीं मिल रही कोई राहत
दुबे ने कहा कि बिहार के किसान लगातार कठिनाइयों से जूझ रहे हैं. बारिश, सूखा और फसल नुकसान के बावजूद उन्हें कोई राहत नहीं मिल रही. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की राजग सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर पूरी तरह उदासीन है और योजनाओं के नाम पर केवल आंकड़ों का खेल खेल रही है.
उन्होंने सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि किसानों के हितों के लिए अब तक कौन-कौन से ठोस कदम उठाए गए हैं और योजनाओं का वास्तविक लाभ कितने किसानों तक पहुंचा है. प्रेस वार्ता के अंत में दुबे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है और आने वाले चुनाव में हम किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जनआंदोलन छेड़ेंगे.
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Source: IOCL























