Bihar Political Crisis: विधायक दल की बैठक के बाद मांझी की पार्टी ने साफ कर दिया अपना रुख, कहा- 'जहां मोदी वहां...'
Bihar Politics: बिहार में नीतीश कुमार की चुप्पी और गठबंधन सहयोगियों का फोन न उठाने पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इस बीच एचएएम ने अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है.
Bihar News: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) गठबंधन सहयोगियों आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं का फोन नहीं ले रहे हैं और न ही औपचारिक रूप से कुछ कह रहे हैं. उन्होंने रविवार को अपने घर पर जेडीयू नेताओं की बैठक बुलाई है और उस बैठक के बाद शायद स्थिति साफ होगी. इस बीच शनिवार को सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टियों ने भी अपने विधायकों के साथ बैठक की. एनडीए सहयोगी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के विधायकों की बैठक हुई जिसमें पार्टी ने यह साफ कर दिया कि वह किसको समर्थन देगी. दरअसल, आरजेडी की ओर से हम चीफ जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi)_ को सीएम बनाने का ऑफर दिया गया था जिसे ठुकरा दिया गया है.
हम के नेता डॉ. संतोष कुमार सुमन ने कहा कि जहां मोदी हैं वहां मांझी हैं. उन्होंने कहा, ''पार्टी के विधायक दल की बैठक में निर्णय लिया गया कि हम मुस्तैदी से एनडीए के साथ हैं. हम प्रधानमंत्री जी के निर्णय के साथ हैं.'' जीतन राम मांझी ने इस बात संकेत दिए थे कि बिहार में महागठबंधन की सरकार गिर जाएगी और खेला होगा.
बीजेपी रविवार को फिर करेगी बैठक
उधऱ, शनिवार को बीजेपी, कांग्रेस और आरजेडी ने भी अपने विधायकों संग बैठक की है. सूत्र बताते हैं कि बीजेपी की बैठक में नीतीश कुमार की सेहत और उनकी विश्वसनीयता दोनों पर बात हुई. कई विधायकों ने कहा कि 2019 में जिस तरह से जेडीयू के साथ जीते थे, इस बार जेडीयू के साथ जाने से फायदा नहीं होगा क्योंकि नीतीश कुमार की विश्वसनीयता नहीं है और राज्य की जनता में भरोसा कम हुआ है.
वहीं, विधायकों ने नीतीश कुमार की गिरती सेहत को लेकर भी बात की. उधर, आरजेडी के विधायकों की भी बैठक हुई. सभी विधायकों ने कहा कि इस मामले में राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को फैसला लेना चाहिए. जबकि लालू यादव ने विधायकों से कहा है कि वे अगले तीन दिन तक पटना में ही रहे. बीजेपी रविवार सुबह एकबार फिर बैठक करेगी.
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